बलरामपुरः कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के कारण आंगनबाड़ी केन्द्रों की गतिविधियां पूरी तरह से रुकी हुई हैं. ऐसे में स्कूल न जाने वाली किशोरियों को केंद्र से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है. इसके मद्देनजर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के दिशा-निर्देश पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने आईसीडीएस को आदेश जारी किया है. डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्कूल न जाने वाली किशोरियों को आयरन फोलिक एसिड (आईएफए) ब्लू की टैब्लिट समय से उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए है.
आईएफए ब्लू टैब्लिट का वितरण
जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जा कर स्कूल न जाने वाली जिले की 9,931 किशोरियों को आईएफए ब्लू टैब्लिट का वितरण करेंगी. इस दौरान वह सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूप से पालन करें और टैब्लिट वितरण का विवरण भी पंजिका पर दर्ज किया जाए.
किशोरियों में खून की कमी न हो
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने बताया कि इससे अगले माह की आपूर्ति का वितरण करने से पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों द्वारा पहले बांटी गई गोलियों के उपभोग की स्थिति का भी पता आसानी से चल सकेगा. साथ ही डीएम ने बताया कि किशोरियों में खून की कमी न होने पाए इसके लिए जरूरी है कि वह आईएफए टैब्लिट का समय से सेवन करती रहें. इसी को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है. ताकि वह इससे वंचित न होने पाएं.
सप्ताह में करीब 40 हजार टैब्लिट का वितरण
सीडीपीओ गरिमा श्रीवास्तव ने बताया कि, 11 से 14 वर्ष की किशोरियों को सप्ताह में एक दिन आयरन फोलिक एसिड की टैब्लिट का सेवन नींबू पानी के साथ करना होता है. उन्होंने बताया कि निर्देश के अनुसार 10 परियोजनाओं की 9 हजार 9 सौ इकत्तीस किशोरियों को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सप्ताह में करीब 40 हजार टैब्लिट का वितरण करेंगीं.
इसमें बलरामपुर देहात की 1553, शहर की 87, गैसड़ी की 1907, गैण्डास बुजुर्ग की 464, हर्रैया सतघरवा की 1925, पचपेड़वा की 690, रेहरा की 494, श्रीदत्तगंज की 760, तुलसीपुर की 1610 और उतरौला की 441 किशोरियों को आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा घर-घर जाकर टैब्लिट का वितरण किया जाना है.