बलरामपुरः सुप्रीम कोर्ट से लेकर राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण तक ने कई आदेशों में कूड़े के बेहतर निस्तारण पर जोर दिया गया है. इसके बावजूद बलरामपुर में एनजीटी के आदेशों का उल्लंघन हो रहा है. यहां कूड़ा डंप करने के बाद आग के हवाले कर दिया जा रहा है. ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को दमघोंटू धुएं से जीना मुहाल हो गया है.
गेलापुर बाग में एक जलाशय स्थित है. यहां पर तकरीबन 8 माह से नगर पालिका परिषद द्वारा लगातार कूड़ा डंप कर जलाया जा रहा है. इससे यहां आने-जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही जलाशय का अस्तित्व भी खतरे में दिखाई दे रहा है. इलाकाई लोगों ने बताया कि यहां महीनों से कूड़ा डंप किया जा रहा है. कई बार शिकायत के बावजूद अभी तक डंप कूड़ा नहीं हटवाया गया है.
दरअसल, बलरामपुर नगर में मेवालाल तालाब के पास एक कूड़ा निस्तारण प्लांट बनना था लेकिन वह बनने के दौरान ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. यहां की चहारदीवारी गिर गई. इस कारण से नगर पालिका प्रशासन जहां-तहां कूड़ा डंप करते हुए लोगों का जीवन मुसीबत में डाल रहा है.
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अधिशासी अधिकारी राजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि कूड़ा डंप करने के लिए मेवालाल तालाब के पास एक निस्तारण केंद्र बन रहा है लेकिन उसमें पानी भर जाने के कारण कूड़ा डंप नहीं हो पा रहा है इसलिए किसी अन्य जगह पर कूड़ा डंप किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कूड़ा डंप कर आग लगाने का मामला संज्ञान में आया है. इसकी जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी.
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