बलरामपुर: कोरोना महामारी के कारण किए लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी गरीब और मजदूर तबके को हो रही है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी तरह की कोताही या शिथिलता के कारण कोई गरीब या मजदूर परिवार भूखा नहीं सोना चाहिए. इसके पालन के लिए जिले में अंत्योदय योजना के तहत 36,789 कार्ड धारकों को, श्रम विभाग में रजिस्टर्ड तकरीबन 10,000 श्रमिकों को (राशन कार्ड होल्डर), मनरेगा कार्ड के 1 लाख 12 हजार धारकों में से एक्टिव और राशन कार्ड धारकों को राशत वितरित किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त गृहस्थी कार्ड धारकों को पूर्व की भांति जनपद में 3 लाख 47 हजार 645 राशन कार्ड धारक हैं. इनमें से 24 हजार 476 लोगों को पहले दिन राशन वितरित किया जा चुका है, जो कुल वितरण का 7.12 प्रतिशत है.
जिले के उतरौला ब्लॉक के देवरिया मैनहा न्याय पंचायत के राशन के दुकान का जायजा लिया गया कि उन्हें इस मुफ्त राशन वितरण योजना से कैसे लाभ मिल रहा है. यहां एक पुरुष लाभार्थी ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान योगी सरकार की यह योजना काफी मददगार है. हम अपने घरों में रहते हुए भरपेट भोजन कर सकते हैं. वहीं एक अन्य बुजुर्ग महिला लाभार्थी ने बताया कि हमारे गांव में अभी बीमारी का कोई प्रकोप नहीं है, लेकिन मुफ्त में मिले राशन से हम लोग घरों में रहेंगे और सुरक्षित रहेंगे.
वहीं वितरण शुरू होने के पहले दिन बलरामपुर जिले में पहुंचे मंडलायुक्त महेंद्र कुमार सिंह ने तमाम आला अधिकारियों के साथ वितरण प्रणाली के तहत वितरित किए जाने वाले मुफ्त राशन का हाल जाना. लाभार्थियों से सवाल पूछ कर उन्हें पूरी तरह आश्वस्त किया कि यह राशन गरीबों और मजदूरों को मुफ्त में दिया जाएगा. राशन की दुकान पर संक्रमण से बचाने के लिए सभी नियमों का पालन किया जा रहा है. योगी सरकार की यह योजना बताती है कि इस मुश्किल के समय सरकार हर तरह से उन लोगों के साथ खड़ी है, जो रोज कमाते और खाते हैं.
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