बलरामपुर: जिले के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकार के साथ-साथ नीति आयोग तमाम संस्थाओं के साथ एड़ी-चोटी का जोर लगा रहा है. दूसरी तरफ सिंचाई और नहर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही इस योजना में बट्टा लगा रही है.
इस मामले में जांच के बाद सरयू नहर खंड चार के तीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है. जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश के आदेश पर किसानों के फसलों को क्षति पहुंचाने और सरकारी धन के दुरुपयोग का अभियोग पंजीकृत किया गया.
धान की फसल हुई नष्ट
यह मामला जिले के श्रीदत्तगंज ब्लॉक के दो ग्रामसभाओं से जुड़ा हुआ है. राकेश कुमार मिश्र और दशरथ ने जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश से सरयू नहर खंड चार के अधिकारियों के खिलाफ शिकायती पत्र लिखा. कृषि भूमि में सरयू नहर खंड 4 का नहर पटा होने के कारण धान की फसल नष्ट हो गई थी और गेहूं की फसल भी नहीं हो पाई थी. कृषि भूमि पर वर्तमान में नहर का पानी कट जाने के कारण लगभग 3-4 फुट पानी भरा हुआ था और फसल की बुवाई नहीं पो रही है.
बांध टूटने से किसानों को हुआ नुकसान
जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने जांच कराया और पाया कि खमरिया में सरयू नहर का पानी छोड़ने और बंधा टूटने से यह समस्या हुई है. 8 हेक्टेयर भूमि पर रबी की फसल की बुवाई नहीं हो पाई और बाघाजोत में सरयू नहर खंड 4 के पानी छोड़ने से बोई गई फसल को नुकसान हुआ. खेत में पानी भर जाने पर रबी की फसल की बुवाई नहीं हो सकी. इस दौरान लगभग 4 हेक्टेयर भूमि फसल बोने से वंचित रही और इस कारण किसानों का नुकसान हुआ. इस मामले पर अवर अभियंता, सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता के विरुद्ध शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने और किसानों की फसल के नुकसान के लिए सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करवाई जा रही है.
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