बलरामपुर: संयुक्त जिला अस्पताल में लगातार विभागीय अधिकारियों और कर्मियों की मनमानी की घटनाएं देखने को मिलती रहती हैं. ताजा मामला मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के बगल का है. जहां पर अस्पताल के सरकारी स्टोर से सामान को पिकअप गाड़ियों में भर कर कहीं और भेज दिया जाता है और उच्च अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगती है. जब मीडिया के जरिए बात सामने आती है तो, जांच करवाकर कालम पूर्ति का काम किया जाता है.
क्या है पूरा मामला
बीते बुधवार की देर शाम को सीएमएस कार्यालय के बगल में बने स्टोर रूम से 2 पिकअप गाड़ियों पर इलेक्ट्रॉनिक सामान लाद कर ले जाया गया. यह सामान अंधेरा होने के बाद अस्पताल से निकाला गया, जिससे इसकी भनक किसी को न लग सके. अस्पताल सूत्रों द्वारा बताया गया कि स्टोर से निकाले गए सामानों में फ़्रिज़, कूलर सहित कई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं, जो अस्पताल में मरीजों के उपयोग और दवाइयों के रखरखाव के लिए मंगवाए गए थे.
बेटी की शादी के लिए निकलवाया सामान
जानकारी के अनुसार, अस्पताल के एक स्टोर इंचार्ज के घर में बेटी की शादी होने वाली है. उसी के लिए यह सारा सरकारी सामान यहां से उठाया गया है, क्योंकि इस समय इतनी भारी मात्रा में ओपीडी कैंपस में इस सामान की कोई जरूरत नहीं थी. इसलिए यह मामला प्रकाश में आया.
जांच को पहुंचे अधिकारी
संयुक्त जिला अस्पताल के स्टोर से बुधवार की शाम पिकअप में भरकर ले गए सामान की जांच अब उच्च अधिकारियों ने शुरू कर दी है. इन सामानों में अधिकतर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल थे. जांच टीम में मुख्य तौर पर सीओ सिटी, सदर तहसील मजिस्ट्रेट और अस्पताल के उच्च अधिकारी शामिल हैं, जिन्होंने सीसीटीवी फुटेज और अन्य लोगों के बयान के आधार पर इसकी जांच शुरू की है.
भारी मात्रा में यहां से सामानों को कहीं और ले जाया गया है, जिसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हो जाती है. यह सामान कहां ले जाए गए और क्यों इसे बाहर भेजा गया इसकी जांच की जा रही है. मीडिया में हुई रिपोर्ट के आधार पर अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार शुक्ला ने मामले की जांच सीओ सिटी वरुण कुमार मिश्रा और मुझे सौंपी है. पूछताछ में स्टोर इंचार्ज ने कहा कि उन्होंने उन सामानों को यहां से बाहर भेजा है, जो डैमेज हो चुके थे.
आलमगीर शेख, तहसीलदार सदर