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सुनिए मासूम छात्रों का दर्द, गुरुजी पढ़ाने की जगह गुटखा खाकर देते हैं गालियां

बच्चों को होनहार और गुणवान बनाने के लिए शिक्षकों की भूमिका अहम मानी जाती है, लेकिन यूपी के बलरामपुर में गुरुजी गुटखा खाकर बच्चों को गंदी गंदी गालियां देंते हैं. अध्यापक पढ़ाने की जगह मोबाइल में व्यस्त रहते हैं.

सरकारी स्कूल
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Published : Aug 4, 2019, 12:02 PM IST

बलरामपुर: छोटे-छोटे बच्चे अपने भविष्य को सुंदर बनाने का सपना लिए शिक्षा के मंदिर में पहुंच गए, लेकिन गुरुजी के इस आचरण से देश का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. देश के प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री जहां शिक्षा पर बेहद ही जोर दे रहे हैं और बच्चों को ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में लाने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का अमानवीय व्यवहार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है.

छात्रों ने लगाया अध्यापकों पर आरोप.

मामला जनपद बलरामपुर के शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है. यहां छात्रों ने अपने ही गुरुजी पर आरोप लगाया है कि गुरुजी क्लास में मोबाइल से चैटिंग करते हैं. गाली देते हैं और हथौड़े से मारते हैं. छात्रों का कहना है कि हमारे यहां पढ़ाई नहीं होती है, क्योंकि गुरुजी वीडियो कॉल पर बात करते रहते हैं. बच्चों का यह भी कहना है कि गुरुजी स्कूल देर से आते हैं और विद्यालय भी देर से खुलता है.

वहीं परिजनों ने भी शिक्षकों पर आरोप लगाया कि वह पढ़ाई नहीं करवाते हैं. शिक्षक और शिक्षिकाएं साथ में बैठकर मोबाइल में बिजी हो जाते हैं. परिजन कहते हैं कि हमारा बच्चा क्लास सिक्स मैं पहुंच गया, लेकिन उसे कुछ भी जानकारी नहीं है. परिजन जब अपने बच्चों से पूछते हैं कि क्या पढ़ाई हुई तो वह कहते हैं कि जब हम मैडम से पूछते हैं तो वह कुछ नहीं बताती हैं. कहती हैं जाओ पढ़ो. दिनभर मोबाइल चलाती हैं.

इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी जी का कहना है कि जहां तक आरोप का विषय है इसके बारे में जांच कराकर रिपोर्ट लेंगे, लेकिन जहां तक मेरा मानना है कि गाली गलौज कोई शिक्षक नहीं देता होगा. वहीं जो मोबाइल चलाने की बात है इसके लिए बाकायदा विभाग का भी निर्देश है और मेरा भी निर्देश है कि कोई मोबाइल या फेसबुक विद्यालय शिक्षण पीरियड में नहीं चलाएगा. अगर कोई ऐसा चलाते हुए मिलता है निश्चित रूप से उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

बलरामपुर: छोटे-छोटे बच्चे अपने भविष्य को सुंदर बनाने का सपना लिए शिक्षा के मंदिर में पहुंच गए, लेकिन गुरुजी के इस आचरण से देश का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. देश के प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री जहां शिक्षा पर बेहद ही जोर दे रहे हैं और बच्चों को ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में लाने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का अमानवीय व्यवहार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है.

छात्रों ने लगाया अध्यापकों पर आरोप.

मामला जनपद बलरामपुर के शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है. यहां छात्रों ने अपने ही गुरुजी पर आरोप लगाया है कि गुरुजी क्लास में मोबाइल से चैटिंग करते हैं. गाली देते हैं और हथौड़े से मारते हैं. छात्रों का कहना है कि हमारे यहां पढ़ाई नहीं होती है, क्योंकि गुरुजी वीडियो कॉल पर बात करते रहते हैं. बच्चों का यह भी कहना है कि गुरुजी स्कूल देर से आते हैं और विद्यालय भी देर से खुलता है.

वहीं परिजनों ने भी शिक्षकों पर आरोप लगाया कि वह पढ़ाई नहीं करवाते हैं. शिक्षक और शिक्षिकाएं साथ में बैठकर मोबाइल में बिजी हो जाते हैं. परिजन कहते हैं कि हमारा बच्चा क्लास सिक्स मैं पहुंच गया, लेकिन उसे कुछ भी जानकारी नहीं है. परिजन जब अपने बच्चों से पूछते हैं कि क्या पढ़ाई हुई तो वह कहते हैं कि जब हम मैडम से पूछते हैं तो वह कुछ नहीं बताती हैं. कहती हैं जाओ पढ़ो. दिनभर मोबाइल चलाती हैं.

इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी जी का कहना है कि जहां तक आरोप का विषय है इसके बारे में जांच कराकर रिपोर्ट लेंगे, लेकिन जहां तक मेरा मानना है कि गाली गलौज कोई शिक्षक नहीं देता होगा. वहीं जो मोबाइल चलाने की बात है इसके लिए बाकायदा विभाग का भी निर्देश है और मेरा भी निर्देश है कि कोई मोबाइल या फेसबुक विद्यालय शिक्षण पीरियड में नहीं चलाएगा. अगर कोई ऐसा चलाते हुए मिलता है निश्चित रूप से उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:शिक्षा के मंदिर के पुजारी जहां एक तरफ उनके कंधों पर देश के सुनहरे भविष्य की जिम्मेदारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने दी है वही शिक्षा के मंदिर के पुजारी कहे जाने वाले गुरुजी अपने विद्यार्थियों से इस तरह पेश आ रहे हैं जिसे आप देख कर हैरान हो जाएंगे। बच्चों को होनहार और गुणवान बनाने के लिए शिक्षकों की भूमिका अहम मानी जाती है गुरुजी जब गुटका खाएंगे गंदी गंदी गालियां देंगे मोबाइल लेकर ड्यूटी के समय चैटिंग करेंगे ना जाने ऐसी कितनी बुराइयां होंगी जो बच्चे कह भी नहीं पाते ऐसी परिस्थितियों में यदि गुरु जी मां बहन की गाली बकते हो तो सोचिए बच्चों के दिलो और दिमाग पर क्या असर पड़ेगा ? छोटे-छोटे बच्चे अपने भविष्य को सुंदर बनाने का सपना लिए तो शिक्षा के मंदिर में पहुंच गए लेकिन गुरुजी के इस आचरण से देश का भविष्य अधर में नजर आ रहा है मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री जहां एक तरफ शिक्षा पर बेहद ही जोर दे रहे हैं और घरों से बच्चों को ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में लाने का प्रयास कर रहे हैं नई नई स्कीमें चलाई जा रही हैं लेकिन इस तरीके से शिक्षकों का व्यवहार क्या बच्चों के बेहतर भविष्य का सपना साकार कर पाएगा अब देखना यह है कि शिक्षा के मंदिर के पुजारियों की नई परिभाषा को अधिकारी संज्ञान लेंगे या बच्चों के भविष्य से यूं ही खिलवाड़ होता रहेगा और बच्चे गुरुजी की बुरी लत पालकर समाज में गंदगी फैलाने का काम करेंगे।।



Body:मामला जनपद बलरामपुर के शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है जहां छात्रों ने अपने ही गुरुजी पर आरोप लगाया है कि गुरुजी क्लास में मोबाइल से चैटिंग करते हैं गाली देते हैं और हथौड़े से मारते हैं छात्रों ने कहा हमारे यहां पढ़ाई नहीं होती है क्योंकि गुरुजी वीडियो कॉल बात करते रहते हैं वहीं बच्चों का यह भी कहना है कि गुरुजी लेट में आते हैं और विद्यालय लेट में खुलता है उनका यह भी कहना है कि स्कूल में शिक्षक और शिक्षिकाएं आपस में हंसी मजाक भी बच्चों के सामने करते रहते हैं।

वहीं परिजनों ने भी शिक्षकों पर आरोप लगाया की पढ़ाई नहीं करवाते हैं और जहां भी बैठते हैं शिक्षक और शिक्षिकाएं साथ में बैठकर मोबाइल में बिजी हो जाती हैं ऐसे में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाती है बच्चों पर थोड़ा सा भी ध्यान इन अध्यापकों द्वारा नहीं दिया जा रहा है उनका यह भी आरोप है कि हमारा बच्चा क्लास सिक्स मैं पहुंच गया लेकिन उसे कुछ भी जानकारी नहीं है परिजन जब अपने बच्चों से पूछते हैं कि क्या पढ़ाई हुई तो वह कहते हैं कि जब हम मैडम से पूछते हैं तो वह कुछ नहीं बताती हैं कहती है जाओ पढ़ो दिनभर मोबाइल चलाती है और छात्रों से अपने बच्चे को देखने का काम भी देती हैं ऐसे में सवाल ये उठता है कि छात्र स्कूल में पढ़ने जाते हैं या शिक्षिकाओं के बच्चे का देखभाल करने।
Conclusion:वही बेसिक शिक्षा अधिकारी जी का इस मामले में कहना है कि जहां तक आरोप का विषय है इसके बारे में उसका एपीएसएसए जांच कराकर रिपोर्ट लेंगे लेकिन जहां तक मेरा मानना है गाली गलौज कोई शिक्षक नहीं देता होगा और दूसरी बात जो मोबाइल चलाने की बात है इसके लिए बाकायदा विभाग का भी निर्देश है और मेरा भी निर्देश है कोई मोबाइल या फेसबुक विद्यालय शिक्षण पीरियड में नहीं चलाएगा अगर कोई ऐसा चलाते हुए मिलता है निश्चित रूप से उसके ऊपर कार्यवाही की जाएगी ऐसा डायरेक्शन है

Bite- छात्राएं
Bite- परिजन
Bite- बेसिक शिक्षा अधिकारी बलरामपुर हरिहर प्रसाद

News contributor
Saurabh mishra
Mob no-9807475651
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