बलरामपुर: छोटे-छोटे बच्चे अपने भविष्य को सुंदर बनाने का सपना लिए शिक्षा के मंदिर में पहुंच गए, लेकिन गुरुजी के इस आचरण से देश का भविष्य अंधकार में नजर आ रहा है. देश के प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री जहां शिक्षा पर बेहद ही जोर दे रहे हैं और बच्चों को ज्यादा से ज्यादा विद्यालय में लाने का प्रयास कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का अमानवीय व्यवहार बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है.
मामला जनपद बलरामपुर के शिक्षा क्षेत्र उतरौला के प्राथमिक विद्यालय और पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है. यहां छात्रों ने अपने ही गुरुजी पर आरोप लगाया है कि गुरुजी क्लास में मोबाइल से चैटिंग करते हैं. गाली देते हैं और हथौड़े से मारते हैं. छात्रों का कहना है कि हमारे यहां पढ़ाई नहीं होती है, क्योंकि गुरुजी वीडियो कॉल पर बात करते रहते हैं. बच्चों का यह भी कहना है कि गुरुजी स्कूल देर से आते हैं और विद्यालय भी देर से खुलता है.
वहीं परिजनों ने भी शिक्षकों पर आरोप लगाया कि वह पढ़ाई नहीं करवाते हैं. शिक्षक और शिक्षिकाएं साथ में बैठकर मोबाइल में बिजी हो जाते हैं. परिजन कहते हैं कि हमारा बच्चा क्लास सिक्स मैं पहुंच गया, लेकिन उसे कुछ भी जानकारी नहीं है. परिजन जब अपने बच्चों से पूछते हैं कि क्या पढ़ाई हुई तो वह कहते हैं कि जब हम मैडम से पूछते हैं तो वह कुछ नहीं बताती हैं. कहती हैं जाओ पढ़ो. दिनभर मोबाइल चलाती हैं.
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी जी का कहना है कि जहां तक आरोप का विषय है इसके बारे में जांच कराकर रिपोर्ट लेंगे, लेकिन जहां तक मेरा मानना है कि गाली गलौज कोई शिक्षक नहीं देता होगा. वहीं जो मोबाइल चलाने की बात है इसके लिए बाकायदा विभाग का भी निर्देश है और मेरा भी निर्देश है कि कोई मोबाइल या फेसबुक विद्यालय शिक्षण पीरियड में नहीं चलाएगा. अगर कोई ऐसा चलाते हुए मिलता है निश्चित रूप से उसके ऊपर कार्रवाई की जाएगी.