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बलरामपुर में दिखा ईटीवी भारत की खबर का असर, जिलाधिकारी ने लापरवाह शिक्षकों पर की कार्रवाई - education news

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले प्राथमिक विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों पर ईटीवी भारत ने दिखाई रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी ने कार्रवाई की. जिलाधिकारी ने छह बिंदुओं पर बलरामपुर विभिन्न विकासखंडों के स्कूलों का निरीक्षण करवाया.

सुविधा हीन स्कूलों में पढ़ने को मजबूर बच्चे.
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Published : Aug 16, 2019, 11:42 AM IST

Updated : Aug 16, 2019, 12:00 PM IST

बलरामपुरः जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से चलाई ‘बलरामपुर में बगैर शिक्षकों के ही पढ़ाई कर रहे हजारों बच्चे’, खबरों का संज्ञान लिया है. इसके तहत 20 जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर 6 बिंदुओं पर 86 स्कूलों की जांच करवाई गई है. जिसमें कई स्कूलों में गड़बड़ी मिली. जबकि जिले के नौ ब्लॉकों के 86 स्कूलों में से 46 स्कूलों के शिक्षामित्र, प्रधानाचार्य और सहायक अध्यापक सहित कुल 38 अनुपस्थित मिले. जिला प्रशासन ने जहां-जहां विद्यालयों में कमियां पाई गई हैं. वहां-वहां के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों का एक-एक दिन का वेतन रोक दिया है.

जिलाधिकारी ने कराया स्कूलों का निरीक्षण.

इतने स्कूलों में हुआ निरीक्षण-

  • छह बिंदुओं पर बलरामपुर विकासखंड के 10 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.
  • वहीं उतरौला और पचपेड़वा विकासखंड के 8-8 स्कूलों का हुआ निरीक्षण.
  • गैसड़ी, हरैया, सतघरवा, श्रीदत्तगंज विकासखंड के 7-7 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.
  • रेहरा विकासखंड के 9 स्कूलों का तो वहीं तुलसीपुर विकास खंड के 16 और गैंडास बुजुर्ग विकासखंड के 14 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.

स्कूलों की रही यह स्थिति-

  • सभी विद्यालयों को मिलाकर अनुपस्थित प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और शिक्षामित्रों की संख्या 38 बताई जा रही है.
  • खराब, निष्क्रिय शौचालयों की संख्या 21 बताई जा रही है.
  • वहीं विद्यालयों में पेयजल व्यवस्था के तहत हैंडपंप की स्थिति खराब है, खराब हैंडपंपों की संख्या 10 बताई गई.
  • 3 विद्यालयों में एमडीएम के न वितरित होने की बात भी सामने आई है.
  • इसके साथ ही 19 विद्यालय ऐसे मिले हैं, जहां पर एमडीएम के अंतर्गत फल एवं दूध वितरण न होने की बात सामने आ रही है.
  • वहीं 8 विद्यालय ऐसे मिले हैं जिनमें साफ-सफाई और सेनिटेशन की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिखाई देती है.

तकरीबन 20 जिला स्तरी अधिकारियों की टीम बना कर के 86 स्कूल की जांच कराई गई. उसमें 38 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. इन लोगों को निर्देशित किया गया है, फिलहाल जो अनुपस्थित थे उनका एक दिन का वेतन काटा गया है, 15 से 20 दिन के बाद दोबारा जांच की जाएगी और ये पता किया जाएगा की अब क्या स्थिति है.

-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी


बलरामपुरः जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से चलाई ‘बलरामपुर में बगैर शिक्षकों के ही पढ़ाई कर रहे हजारों बच्चे’, खबरों का संज्ञान लिया है. इसके तहत 20 जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर 6 बिंदुओं पर 86 स्कूलों की जांच करवाई गई है. जिसमें कई स्कूलों में गड़बड़ी मिली. जबकि जिले के नौ ब्लॉकों के 86 स्कूलों में से 46 स्कूलों के शिक्षामित्र, प्रधानाचार्य और सहायक अध्यापक सहित कुल 38 अनुपस्थित मिले. जिला प्रशासन ने जहां-जहां विद्यालयों में कमियां पाई गई हैं. वहां-वहां के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों का एक-एक दिन का वेतन रोक दिया है.

जिलाधिकारी ने कराया स्कूलों का निरीक्षण.

इतने स्कूलों में हुआ निरीक्षण-

  • छह बिंदुओं पर बलरामपुर विकासखंड के 10 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.
  • वहीं उतरौला और पचपेड़वा विकासखंड के 8-8 स्कूलों का हुआ निरीक्षण.
  • गैसड़ी, हरैया, सतघरवा, श्रीदत्तगंज विकासखंड के 7-7 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.
  • रेहरा विकासखंड के 9 स्कूलों का तो वहीं तुलसीपुर विकास खंड के 16 और गैंडास बुजुर्ग विकासखंड के 14 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया.

स्कूलों की रही यह स्थिति-

  • सभी विद्यालयों को मिलाकर अनुपस्थित प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों और शिक्षामित्रों की संख्या 38 बताई जा रही है.
  • खराब, निष्क्रिय शौचालयों की संख्या 21 बताई जा रही है.
  • वहीं विद्यालयों में पेयजल व्यवस्था के तहत हैंडपंप की स्थिति खराब है, खराब हैंडपंपों की संख्या 10 बताई गई.
  • 3 विद्यालयों में एमडीएम के न वितरित होने की बात भी सामने आई है.
  • इसके साथ ही 19 विद्यालय ऐसे मिले हैं, जहां पर एमडीएम के अंतर्गत फल एवं दूध वितरण न होने की बात सामने आ रही है.
  • वहीं 8 विद्यालय ऐसे मिले हैं जिनमें साफ-सफाई और सेनिटेशन की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिखाई देती है.

तकरीबन 20 जिला स्तरी अधिकारियों की टीम बना कर के 86 स्कूल की जांच कराई गई. उसमें 38 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए. इन लोगों को निर्देशित किया गया है, फिलहाल जो अनुपस्थित थे उनका एक दिन का वेतन काटा गया है, 15 से 20 दिन के बाद दोबारा जांच की जाएगी और ये पता किया जाएगा की अब क्या स्थिति है.

-कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी


Intro:बलरामपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से चलाई गई शिक्षकों के स्कूलों में लगातार अनुपस्थित रहने और स्कूलों में तमाम तरह की मूलभूत सुविधाओं की कमी की खबरों का संज्ञान लिया है। इसके तहत 20 जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर 6 बिंदुओं पर 86 स्कूलों की जांच बीते 7 अगस्त को करवाई गई है। जिसमें कई स्कूलों में गड़बड़ी मिली है। जबकि जिले के नौ ब्लॉकों के 86 स्कूलों में से 46 स्कूलों के शिक्षामित्र, प्रधानाचार्य व सहायक अध्यापक अनुपस्थित मिले हैं। जिला प्रशासन ने जहां-जहां विद्यालयों में कमियां पाई गई हैं। वहां-वहां के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों का एक-एक दिन का वेतन रोक दिया है।


Body:छह बिंदुओं पर कराए गए स्कूलों के निरीक्षण में बलरामपुर विकासखंड के 10 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया। वहीं उतरौला और पचपेड़वा विकासखंड के 8-8 स्कूलों का। तो गैसड़ी, हरैया सतघरवा श्रीदत्तगंज विकासखंड के 7-7 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया है। रेहरा विकासखंड के 9 स्कूलों का। तो तुलसीपुर विकास खंड के 16 और गैंडास बुजुर्ग विकासखंड के 14 स्कूलों का निरीक्षण करवाया गया है। इसमें अनुपस्थित प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों व शिक्षामित्रों की संख्या 38 बताई जा रही है। खराब, निष्क्रिय शौचालयों की संख्या 21 बताई जा रही है। वहीं, विद्यालयों में जहां पर पेयजल व्यवस्था या हैंडपंप की स्थिति खराब है उनकी संख्या 10 बताई जा रही है। 3 विद्यालयों में एमडीएम के ना वितरित होने की बात भी सामने आई है। इसके साथ ही 19 विद्यालय ऐसे मिले हैं। जहां पर एमडीएम के अंतर्गत फल एवं दूध वितरण न होने की बात सामने आ रही है। वहीं 8 विद्यालय ऐसे मिले हैं जिनमें साफ-सफाई व सेनिटेशन की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई दिखाई देती है।


Conclusion:जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ईटीवी से बात करते हुए कहा कि ऐसे विद्यालय जहां पर कमियां पाई गई हैं। वहां के शिक्षकों अनुपस्थित मिले हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वहीं, उनका एक दिन का वेतन रोका गया है।
उन्होंने कहा कि आगे की जांचों में अगर किसी शिक्षक या स्कूल की कमी पाई जाती है। उनके प्राचार्य के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Last Updated : Aug 16, 2019, 12:00 PM IST
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