बलरामपुर: तुलसीपुर से वाया अयोध्या दो शक्तिपीठों को जोड़ने वाला सड़क मार्ग लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की अपेक्षा का शिकार है. सड़क पर जगह-जगह गड्ढों के चलते आवागमन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर से गौरा चौराहा-उतरौला होते हुए भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या की दूरी महज 90 किलोमीटर है. इसी मार्ग पर शक्तिपीठ देवीपाटन से शक्तिपीठ विंध्याचल धाम की दूरी 340 किमी है. इसी यात्रा के लिए मुख्य मार्ग गोंडा से होकर जाने के लिए लोगों को 60 किमी की यात्रा अधिक करनी पड़ती है.
निजी वाहन से अयोध्या या विंध्याचल जाने के लिए लोग गौरा उतरौला मार्ग से आवागमन करते हैं. तुलसीपुर से उतरौला तक करीब 20 किमी तक का यह मार्ग बेहद दुखदाई है. इस मार्ग का दुरुस्तीकरण हो जाए, तो शक्तिपीठ देवीपाटन से विंध्याचल धाम की यात्रा इस क्षेत्र के लोगों के लिए और सरल हो जाएगी.
स्थानीय निवासी विजय सिंह ने बताया कि विंध्याचल धाम, अयोध्या और प्रयागराज जाने के लिए इस क्षेत्र के लोग इसी रास्ते का प्रयोग करते हैं. शक्तिपीठ देवीपाटन से विंध्याचल धाम को जोड़ रही इस सड़क के दुरुस्तीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग सहित शीर्ष अधिकारियों को पत्र भी भेजा गया है. स्थानीय निवासी सुखराज यादव ने बताया कि उतरौला तक इस सड़क पर गढ्ढे ही गड्ढे हैं, जिसकी मरम्मत के लिए ग्रामीणों की ओर से कई बार विभाग को चिट्ठी भेजी गई है. वहीं लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सुशील कुमार ने दूरभाष पर बताया कि यह सड़क स्टेट हाईवे में स्वीकृत हो चुकी है. ग्रांट आते ही शीघ्र चौड़ीकरण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा.