बलरामपुर: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनपद के दो दिवसीय दौरे पर हैं. शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर उन्होंने मां पाटेश्वरी के शक्तिपीठ देवीपाटन की पुण्य भूमि पर सबसे पहले मां भगवती का पूजन अर्चन किया. उसके बाद वे पुलिस लाइंस में बने कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए. इस दौरान उन्होंने महिलाओं के लिए समर्पित 'नारी शक्ति योजना' का शुभारंभ किया व मिशन शक्ति के प्रचार प्रसार के लिए गाड़ियों को रवाना किया.
मुख्यमंत्री ने लांच की महिलाओं के लिए बड़ी योजना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर से देश में महिला शक्ति योजना का शुभारंभ करते हुए जनसभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि, हर बेटी बहन की सुरक्षा, सम्मान, स्वालंबन के लिए इस अभियान की शुरुआत की गई है. अभियान के तहत प्रदेश के सभी विभागों के द्वारा बहन-बेटी की सुरक्षा की जवाबदेही होगी. इस अभियान के तहत पहले चरण में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. दूसरे चरण में ऑपरेशन शक्ति होगी. तीसरे चरण में सभ्य समाज के दुश्मनों की फोटो चौराहों पर लगाकर सामाजिक बहिष्कार करते हुए कानून के दायरे में लाकर के कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, महिलाओं की सुरक्षा सम्मान के लिए 75 जिलों, 350 तहसीलों, 1535 थानों में एक महिला डेस्क बनाया जाएगा, जिसमें महिला अधिकारी के माध्यम से समस्याओं का निस्तारण कराया जाएगा. इसके अलावा 181, 1090, 112, 102, 108 जैसे टोल फ्री नंबर के माध्यम से भी कार्रवाई की जा रही है.
बलरामपुर की बेटी को जल्द मिलेगा न्याय
बीते 29 सितंबर को बलरामपुर के गैंसड़ी कोतवाली में एक दलित छात्रा के साथ हुई दुष्कर्म की घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, 'मिशन शक्ति' उस बालिका को श्रद्धांजलि स्वरूप है. हम विश्वास दिलाते हैं कि उसके दोषियों को कठोरतम सजा दी जाएगी. विपक्ष ने बलरामपुर की घटना पर भी राजनीति करने की कोशिश की थी, लेकिन यहां के प्रशासन और पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और यहां उनका दांवपेच फेल होता नजर आया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, हम बलरामपुर की बेटी के परिजनों को यह विश्वास दिलाते हैं कि दोषियों के खिलाफ न केवल कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. बल्कि जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत उन्हें सजा दिलाने की कोशिश भी की जाएगी. फास्ट ट्रैक कोर्ट में उसका मुकदमा चलाया जाएगा. यह योजना बलरामपुर की इसी बेटी को मैं समर्पित करता हूं.
करेंगे काम तो मिलेगा सम्मान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, अभियान के तहत महिला हित में कार्य करने वाली संस्थाओं, समूहों और व्यक्तियों को सूचीबद्ध करते हुए प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी. इस बार रामलीला के मंच और दुर्गा पंडाल में भी महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया जाएगा. हर जनपद से 100 रोल मॉडल महिलाएं भी चुनी जाएंगी, जिन्हें प्रदेश और जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में सम्मानित किया जाएगा.
मिशन शक्ति की मुख्य बातें
- 1090 हेल्पलाइन की क्षमता को दोगुना किया जा रहा है. इसके साथ ही सभी तरह की हेल्प लाइन को महिलाओं से जुड़े अपराधों व सहायता के लिए इंट्रीग्रेटेड किया जा रहा है.
- महिला सम्मान, सुरक्षा और स्वावलंबन की भावना के विस्तार के उद्देश्य वाला यह अभियान शारदीय से बासंतिक नवरात्रि (चैत्र) तक (180 दिन) चलेगा.
- प्रदेश के सभी 75 जिलों, 521 ब्लॉकों, 59 हजार पंचायतों, 630 शहरी निकायों और 1 हजार 535 थानों के जरिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही सुरक्षा एवं सम्मान के प्रति जागरूक किया जाएगा.
- प्रथम चरण में अभियान जागरूकता आधारित होगा, जबकि द्वितीय चरण में 'मिशन शक्ति' के इन्फोर्समेंट पर बल दिया जाएगा. मनचलों, दुराचारियों के विरुद्ध तत्परता के साथ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
- कुल 23 विभाग इस अभियान का हिस्सा होंगें, जो डिपार्टमेंटल कन्वर्जेन्स मॉडल के माध्यम से अभियान में सहयोग प्रदान करेंगे और योजना को सफल बनाएंगे.
- स्थानीय स्तर पर सामाजिक संगठन, विभिन्न महिला संगठनों, मीडिया और जागरूक समाजसेवियों की एक समिति बनाकर विभिन्न रोल मॉडल का चयन किया जाएगा.
- ऐसी महिलाएं एवं बालिकाएं, जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों जैसे महिला सशक्तिकरण, भ्रूण हत्या रोकने सम्बन्धी अभियान, उद्यमिता, शिक्षा और महिला अपराध रोकने में बेहतर काम किया है, उनका चयन रोल मॉडल के रूप में किया जाएगा. हर जिले से 100 रोल मॉडल का चयन किया जाएगा.