बलरामपुरः प्रदेश भर के जूनियर हाईस्कूल और प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में खेल भावना विकसित करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने खेल सामग्री के लिए पैसे दिए. मंत्रालय द्वारा बच्चों को चुस्त-दुरुस्त बनाने की कवायद के साथ उत्तर प्रदेश के जूनियर सेक्शन के स्कूलों को 10-10 हजार रुपये जबकि प्राइमरी सेक्शन के स्कूलों को 5-5 हजार रुपये दिए गए, लेकिन बलरामपुर जिले के प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को न तो खेल सामग्रियां मिल रही हैं न ही खेलने का मौका मिल रहा है.
खेल सामग्रियों की यथास्थिति देखने के लिए जब हम बलरामपुर जिले के आखिरी छोर पर स्थित प्राथमिक विद्यालय बलुआ जंगली पहुंचे तो वहां पर चीजें बदरंग ही नजर आईं. बलुआ जंगली विद्यालय के बच्चों ने बताया कि यहां पर न तो खेल सामग्री है और न ही उन्हें खेलने को अतिरिक्त समय मिलता है. खेल सामग्रियों के नाम पर महज एक कैरम बोर्ड है, जिसे हम फर्श पर ही खेलते हैं. इसके अलावा नौनिहालों ने बताया कि वहां अध्यापक न होने के कारण वे अतिरिक्त घंटे में खेल खेल भी नहीं सकते, क्योंकि खेलने लायक स्कूल में माहौल नहीं है और न ही मैदान है.
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वहीं जब इस बारे में हमने मुख्य विकास अधिकारी अमनदीप डुली से बात की तो उन्होंने कहा कि हम एक जांच समिति गठित करके खेल सामग्रियों की खरीदारी में तय की गई नियम एवं शर्तों के तहत जांच करवा लेंगे, जो नतीजा निकलेगा उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी.