बलरामपुर: जिले में एक सार्वजनिक मंच से पुलिस अधीक्षक के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए वर्दी उतरवाने की धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने एसपी देव रंजन वर्मा की तहरीर पर आरोपी दोनों भाइयों समेत अन्य 5-6 व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला
दो दिन पहले आदर्श प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन मंच आयोजित किया था. इस सार्वजनिक मंच से कथित अधिवक्ता मृगेंद्र उपाध्याय ने पुलिस अधीक्षक के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. उस मंच से अधिवक्ता ने कहा कि वे एसपी बलरामपुर की वर्दी उतरवा देंगे. पेंशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर कर देंगे. इसके अलावा उसने कई और आपत्तिजनक शब्द न केवल एसपी के लिए प्रयोग किये, बल्कि पूरे पुलिस विभाग को बदनाम किया.
मामले को संज्ञान में लेते हुए थाना कोतवाली देहात में एसपी देवरंजन ने तहरीर दी. साथ ही कथित अधिवक्ता मृगेंद्र उपाध्याय के खिलाफ तकरीबन 12 से अधिक गंभीर धाराओं में मुकदमा और उसके पत्रकार भाई दीपेंद्र उपाध्याय सहित कई अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया.
मामले में एसपी देव रंजन वर्मा ने बताया कि इस मामले में जांच से पता चला कि मृगेंद्र के साथ-साथ उसका भाई दीपेंद्र, जो एक फर्जी पत्रकार है. यह लोग पुलिस और आम जनता पर वकालत एवं पत्रकारिता का धौंस जमा करके अवैध उगाही और अवैध धंधों का संचालन करते हैं.
उन्होंने बताया कि आपराधिक प्रवृति वाले इन दोनों भाइयों पर कई मुकदमे दर्ज हैं. हाल ही में छोटे भाई दीपेंद्र उपाध्याय पर कोतवाली नगर में एक और मुकदमा दर्ज हुआ है. इसी पर दबाव बनाने के लिए दोनों ने एसपी पर झूठा आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया.
खुद दर्ज करवाई एफआईआर
एसपी देव रंजन ने कहा कि मामले में उन्होंने बीती रात कोतवाली देहात में खुद एफआईआर दर्ज करवाई है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अगली सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया. मृगेंद्र उपाध्याय के पास से एक कट्टा भी बरामद हुआ है. उसने पूरी साजिद कर रखी थी कि अपने ऊपर झूठी चोट बना करके पुलिस विभाग को बदनाम करना है. दोनों ही षड्यंत्रकारी भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.