बलिया : एक ओर पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग जैसी विकट समस्या से जूझ रहा है, वहीं बलिया के योगेंद्र पासवान प्रकृति को हरा-भरा करने का संकल्प लेकर अनोखा प्रयास कर रहे हैं. वह न सिर्फ लोगों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं बल्कि लोगों के घर-घर जाकर पौधे भी लगाते हैं. वह साल 1984 से लगातार खुशबूदार, फलदार और छायादार पौधे लगाकर योगेंद्र पासवान अपनी अलग पहचान बना रहे हैं.
जिले के फेफना इलाके के बरौली गांव के रहने वाले योगेंद्र पासवान को लोग भोलेनाथ के नाम से भी जानते हैं. बचपन से ही इन्हें पेड़-पौधे से लगाव रहा और धीर-धीरे उनका यह लगाव प्रकृति को हरा-भरा करने में लग गया. योगेंद्र स्वयं एक प्राइवेट कंपनी में गार्ड की नौकरी करते थे, लेकिन प्रकृति से प्रेम इतना बढ़ गया कि उन्होंने नौकरी छोड़ पेड़-पौधे से खुद को जोड़ लिया. वह लोगों के घरों तक जाकर वहां पौधे लगाते हैं और फिर वहां रहने वालों को इसके रखरखाव की पूरी जानकारी भी देते हैं. बाद में जरूरत पड़ने पर यह खुद जाकर अपने लगाए पौधों की देखभाल भी करते हैं.
कस्बे के 50 से अधिक गांवों में योगेंद्र अब तक लाखों पौधे लगा चुके हैं. इसके अलावा सड़क के किनारे जिस भी जगह पर उन्हें जगह मिलती है वहां पौधा लगा देते हैं. ग्रामीण रामशंकर बताते हैं कि पौधे लगाने के लिए यह लोगों से किसी तरह की पैसे की मांग नहीं करते. जिसको जितना बन पड़ता है, वह इन को दे देते हैं, ताकि पौधे खरीदने की इनकी लागत निकल आए. लोग फोन कर उन्हें अपने घर में पौधे संबंधित समस्या के निदान के लिए बुलाते हैं.