बलिया: उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पर्व सम्पन्न हो गया. हजारों की संख्या में व्रती महिलाओं ने सुबह-सुबह सूर्य को अर्घ्य दिया. इस दौरान जहां महिलाओं ने अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की, वहीं बाढ़ में गंगा के विकराल रूप के शांत रहने की छठ मईया से प्रार्थना भी की.
परिवार के सुख समृद्धि की कामना
नहाए खाए के साथ शुरू हुआ छठ का महापर्व चौथे दिन उगते हुए भास्कर भगवान को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हुआ. व्रती महिलाओं ने प्रात काल से ही छठ की बेदी पर पहुंच पूजा-अर्चना शुरू कर दी थी. जैसे ही सूर्य भगवान का उदय हुआ सभी ने भास्कर भगवान को अर्घ्य दिया और परिवार की सुख संमृद्धि के लिए छठ मईया से प्रार्थना की. व्रती कंचन देवी ने बताया कि ये बहुत ही कठिन व्रत है. परिवार के सुख संमृद्धि के लिए ये व्रत करते है. गांव शहर सभी जगह शांति बनी रहे ऐसी छठ मईया से प्रार्थना है.
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बाढ़ से बचाव के लिए की कामना
बलिया में इस वर्ष भीषण बाढ़ आई थी. जिससे काफी लोग प्रभावित हुए थे. व्रती महिला निर्मला मिश्रा ने बताया कि इस बार उन्होंने छठ मैया से गंगा और घाघरा नदी के विकराल रूप को शांत रखने की प्रार्थना की. इस बार बाढ़ में काफी नुकसान हुआ था. लोग बेघर हो गए थे. छठ मैया से यही प्रार्थना है कि गंगा में ऐसी बाढ़ फिर कभी न आये.