बलिया: कोटे की दुकान के चुनाव के लिए सिकंदरपुर के ग्रामीणों का मंगलवार को चौथे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा. ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा ग्राम विकास अधिकारी की मिली भगत से कोटे की दुकान का चुनाव नहीं कराया गया. ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने साजिश के तहत कोटे की दुकान को अपने भतीजे के नाम करवाने को लेकर गांव के लोगों का फर्जी हस्ताक्षर करा लिया.
पूरा मामला
नगरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम सभा सिकंदरपुर में सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर लोगों की राशन में कटौती की जा रही थी. जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायतें की गई. जिस कोटे की दुकान को बर्खास्त कर दी गई थी, उससे ग्रामीणों को आशा की एक नई किरण जगी, कि अब उनकी समस्या समाप्त हो जाएगी, लेकिन अब ग्रामीण उससे भी ज्यादा दुखी है.
ग्रामीणों द्वारा यह बताया गया कि जब उन लोगों को यह जानकारी मिली कि ग्राम प्रधान द्वारा उन लोगों का हस्ताक्षर कर कोटे की दुकान अपने भतीजे के नाम से करा लिया गया है, तो इस सम्बंध में विभाग के अधिकारियों को लिखित रूप से प्रार्थना पत्र देकर कोटे की दुकान का निष्पक्ष चुनाव करने की मांग की गई. लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं हो सका.
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण पिछले चार दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा यह भी बताया गया कि जब तक उन लोगों की मांगे नहीं मान ली जाती, तब तक वो अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे.
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी नगरा से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.
-आशुतोष गौतम, पीड़ित ग्रामीण