बलियाः कोविड-19 के कारण श्रमिक लगातार उत्तर प्रदेश पहुंच रहे हैं. जिन्हें उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने की सरकार की मंशा है. यूपी सरकार के ग्रामीण विकास राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला बलिया जिले के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान मनरेगा एक संजीवनी बनकर उभरा है. इससे मजदूरों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है. सरकार का लक्ष्य है कि मनरेगा से एक करोड़ लोगों को जोड़कर उसका लाभ दिया जाएगा.
बलिया सदर से भाजपा विधायक और प्रदेश सरकार में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने जिले के कई कार्यालयों का निरीक्षण किया. उन्होंने अधिकारियों को जनता की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी में 40,62,672 श्रमिक मनरेगा में काम कर रहे हैं. साथ ही 55,5,556 श्रमिकों का नया जॉब कार्ड तैयार किया गया है. इसके अलावा 225000 लोगों के नाम जॉब कार्ड में दर्ज कराए गए हैं.
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मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल ने बताया कि यूपी के 58931 यानी 92 फीसदी ग्राम पंचायतों में सिर्फ गाजियाबाद और नोएडा के 315 ग्राम पंचायतों को छोड़कर सभी में तीव्र गति से कार्य चल रहा है. कहीं पर भी कोई शिकायत मिलती है तो उस पर त्वरित एक्शन लेकर निस्तारित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में मनरेगा से एक करोड़ लोगों को जोड़ने का सरकार का संकल्प है.
मनियर गांव के श्रमिक राजकुमार ने बताया कि इससे पहले वह गुजरात में काम करते थे. लॉकडाउन के कारण सब कुछ बंद हो गया और वे अपने गांव चले आए. गांव में उनका जॉब कार्ड बना और अब वह मनरेगा में काम कर रहे हैं. राजकुमार ने बताया कि अब वह गांव में ही रहकर काम करेंगे.