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बलिया: मनरेगा के कार्यों में बरती लापरवाही, ग्राम सचिवों को दिया 15 नवंबर तक का अल्टीमेटम

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Published : Nov 2, 2019, 9:12 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

उत्तर प्रदेश के बलिया में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों को लेकर शुक्रवार को मुख्य विकास भवन में बैठक हुई. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने 36 ग्रामों के सचिवों को जमकर फटकार लगाई और 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने का अल्टीमेटम दिया है.

मुख्य विकास भवन में ग्राम सचिवों के साथ हुई बैठक

बलिया: जिले में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में लगातार हो रही लापरवाही को लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी और जिला विकास अधिकारी ने करीब 36 से अधिक गांव के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को जमकर फटकार लगाई. विकास भवन में बैठक करते हुए अधिकारियों ने 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिए.

लापरवाह सचिवों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के अधिकारियों से मनरेगा और गांव में शौचालय बनने की प्रगति की समीक्षा की थी. इस समीक्षा में बलिया के काफी निचले पायदान पर होने पर अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगी थी.

मुख्य विकास भवन में ग्राम सचिवों के साथ हुई बैठक.
जिसके बाद जनपद के आला अधिकारियों ने मनरेगा के तहत रोजगार सृजित नहीं होने वाले गांव की सूची बनाकर ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों की बैठक बुलाई और उन्हें जमकर फटकार लगाई. विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम सचिवों से कार्य नहीं होने का कारण पूछा तो सचिव मौन रह गए.

अधिकारियों ने सचिवों को 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिए हैं और अगर लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो कर्मचारियों के विरुद्ध निलंबन और सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- बलिया: नोडल अधिकारी रवि जोसेफ लुक्कू ने जिला कारागार का किया निरीक्षणम

मनरेगा में जहां पर काम बहुत खराब था, वहां के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को बुलाकर समझाया गया कि उन्हें कौन-कौन से कार्य करने हैं और किस तरह से उसे संपादित करना है ताकि अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित हो और सभी लोगों को रोजगार मिले. 15 नवंबर तक अपने लक्ष्य को पूरा करें और प्रदेश के लक्ष्य का 80 फ़ीसदी मानव दिवस सृजित को भी पूरा करें.
-शशि मौली मिश्रा, जिला विकास अधिकारी

बलिया: जिले में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में लगातार हो रही लापरवाही को लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी और जिला विकास अधिकारी ने करीब 36 से अधिक गांव के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को जमकर फटकार लगाई. विकास भवन में बैठक करते हुए अधिकारियों ने 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिए.

लापरवाह सचिवों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के अधिकारियों से मनरेगा और गांव में शौचालय बनने की प्रगति की समीक्षा की थी. इस समीक्षा में बलिया के काफी निचले पायदान पर होने पर अधिकारियों को जमकर फटकार भी लगी थी.

मुख्य विकास भवन में ग्राम सचिवों के साथ हुई बैठक.
जिसके बाद जनपद के आला अधिकारियों ने मनरेगा के तहत रोजगार सृजित नहीं होने वाले गांव की सूची बनाकर ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों की बैठक बुलाई और उन्हें जमकर फटकार लगाई. विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम सचिवों से कार्य नहीं होने का कारण पूछा तो सचिव मौन रह गए.

अधिकारियों ने सचिवों को 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिए हैं और अगर लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो कर्मचारियों के विरुद्ध निलंबन और सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई की जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- बलिया: नोडल अधिकारी रवि जोसेफ लुक्कू ने जिला कारागार का किया निरीक्षणम

मनरेगा में जहां पर काम बहुत खराब था, वहां के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को बुलाकर समझाया गया कि उन्हें कौन-कौन से कार्य करने हैं और किस तरह से उसे संपादित करना है ताकि अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित हो और सभी लोगों को रोजगार मिले. 15 नवंबर तक अपने लक्ष्य को पूरा करें और प्रदेश के लक्ष्य का 80 फ़ीसदी मानव दिवस सृजित को भी पूरा करें.
-शशि मौली मिश्रा, जिला विकास अधिकारी

Intro:बलिया में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों में लगातार हो रही लापरवाही को लेकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी और जिला विकास अधिकारी ने करीब 3 दर्जन से अधिक गांव के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को जमकर फटकार लगाई विकास भवन में बैठक करते हुए अधिकारियों ने 15 नवंबर तक मनरेगा के लक्ष्य को पूरा करने के आदेश दिए लक्ष्य पूरा ना होने की स्थिति में इन कर्मचारियों के विरुद्ध निलंबन और सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई होने की बात कही


Body:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिले के अधिकारियों से मनरेगा और गांव में शौचालय बनने की प्रगति की समीक्षा की थी जिसने बलिया काफी निचले पायदान पर था जिस पर अधिकारियों की जमकर फटकार भी लगी थी

जिसके बाद जनपद के आला अधिकारियों ने मनरेगा के तहत रोजगार सृजित नहीं होने वाले गांव की सूची बनाकर वह के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों की बैठक बुलाकर उन्हें जमकर फटकार लगाई विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी ने ग्राम सचिवों से कार्य नहीं होने का कारण पूछा तो सचिव मौन रह गए


Conclusion:जिला विकास अधिकारी शशि मौली मिश्रा ने बताया कि मनरेगा में जहां पर काम बहुत खराब था वहां के ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों को बुलाकर समझाया गया कि उन्हें कौन-कौन से कार्य करने हैं और किस तरह से उसे संपादित करना है ताकि अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित हो और सभी लोगों को रोजगार मिले उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक अपने लक्ष्य को पूरा करें और प्रदेश के लक्ष्य का 80 फ़ीसदी मानव दिवस सृजित को भी पूरा करें

उन्होंने कहा कि यदि निर्धारित समय के अंदर लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता है तो ऐसी दशा में ग्राम रोजगार सेवकों और सचिवों के विरुद्ध निलंबन और सेवा समाप्ति की भी कार्रवाई की जाएगी


बाइट-- शशि मौली मिश्रा--- जिला विकास अधिकारी

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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