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बलिया: रतन सिंह की मौत के विरोध में सड़क पर उतरे पत्रकार, किया प्रदर्शन

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Published : Aug 26, 2020, 3:26 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

यूपी के बलिया में फेफना थाना अंतर्गत न्यूज चैनल के पत्रकार की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना को लेकर आक्रोशित पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने एवं सरकारी नौकरी तथा 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है.

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पत्रकार रतन सिंह के मौत के विरोध में पत्रकार सड़क पर उतरे,

बलिया: जनपद के फेफना थाना अंतर्गत एक न्यूज चैनल के पत्रकार की सोमवार शाम बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इससे जनपद के सभी पत्रकारों द्वारा आक्रोशित होकर रसडा बलिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया.

आक्रोशित पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने और एक सरकारी नौकरी तथा 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की जा रही है. उपस्थित पत्रकारों द्वारा यह बताया जा रहा है कि प्रभारी निरीक्षक फेफना की मिलीभगत से ही पत्रकार रतन सिंह की हत्या की गई. वहीं परिजनों का कहना है कि घटना की सूचना बार-बार रतन सिंह के द्वारा थाने पर दी गई थी. लेकिन यहां की पुलिस ने रतन सिंह की एक नहीं सुनी. पत्रकारों द्वारा रतन सिंह को न्याय दिलाने के लिए सरकार से 10 लाख की आर्थिक सहायता तथा पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की जा रही है.

पत्रकारों ने पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की लेकिन पुलिस प्रशासन के लोग इस मामले में चुप्पी साधे हैं. पत्रकारों द्वारा रतन सिंह को बार-बार न्याय दिलाने की बात कही जा रही है. वहीं परिजनों द्वारा यह बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा यदि समय से सहयोग मिला होता, तो आज रतन सिंह की मौत नहीं हुई होती.

बलिया: जनपद के फेफना थाना अंतर्गत एक न्यूज चैनल के पत्रकार की सोमवार शाम बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इससे जनपद के सभी पत्रकारों द्वारा आक्रोशित होकर रसडा बलिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया.

आक्रोशित पत्रकारों ने पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने और एक सरकारी नौकरी तथा 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की जा रही है. उपस्थित पत्रकारों द्वारा यह बताया जा रहा है कि प्रभारी निरीक्षक फेफना की मिलीभगत से ही पत्रकार रतन सिंह की हत्या की गई. वहीं परिजनों का कहना है कि घटना की सूचना बार-बार रतन सिंह के द्वारा थाने पर दी गई थी. लेकिन यहां की पुलिस ने रतन सिंह की एक नहीं सुनी. पत्रकारों द्वारा रतन सिंह को न्याय दिलाने के लिए सरकार से 10 लाख की आर्थिक सहायता तथा पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की जा रही है.

पत्रकारों ने पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की लेकिन पुलिस प्रशासन के लोग इस मामले में चुप्पी साधे हैं. पत्रकारों द्वारा रतन सिंह को बार-बार न्याय दिलाने की बात कही जा रही है. वहीं परिजनों द्वारा यह बताया जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा यदि समय से सहयोग मिला होता, तो आज रतन सिंह की मौत नहीं हुई होती.

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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