बलिया: जनपद में बांसडीह कोतवाली इलाके में खुलेआम कच्ची शराब की मंडी लगती है. लोग यहां कच्ची शराब खरीदते और पीते हैं, लेकिन इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है. कच्ची शराब बेचने के इस धंधे में पुरुषों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.
सड़कों पर बिकती है कच्ची शराब
बिहार में शराबबंदी होने के बाद यूपी और बिहार का सीमावर्ती जिला बलिया अवैध शराब का हब बन गया है. यहां प्रत्येक दूसरे दिन अवैध शराब की खेप पुलिस पकड़ती है. यह तस्वीर बलिया में बांसडीह तहसील मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजपुर गांव की है, जहां गांव के बाहर सड़क से लेकर हर चौराहे पर दुकानों में कच्ची शराब बेची जाती है. शाम होते ही यहां पर शराब की मंडी लग जाती है. कोई भी आसानी से यहां पर कच्ची शराब खरीद सकता है.
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जिला आबकारी अधिकारी अनुपम राजन के अनुसार प्रत्येक साल आबकारी विभाग को जहां भी अवैध शराब की बिक्री की सूचना प्राप्त होती है, वहां जाकर कार्रवाई की जाती है. लोगों को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 25 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब उन्होंने बरामद किया है. उन्होंने कहा कि जो भी शराब बरामद होती है, उसकी जांच होती है कि आखिर इसमें मिलावट किस स्तर पर है. यदि मिलावट से किसी व्यक्ति की जान जाने की गुंजाइश है, ऐसे लोगों के खिलाफ फांसी की सजा होने का भी प्रावधान है.