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बलिया: कच्ची शराब की लगती है मंडी, खुलेआम बिकती है अवैध शराब

उत्तर प्रदेश के बलिया में खुलेआम कच्ची शराब बिकती है. यहां कोई भी आसानी से शराब खरीद सकता है. हालांकि जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि जहां भी अवैध शराब की बिक्री की सूचना प्राप्त होती है, वहां जाकर कार्रवाई की जाती है.

खुलेआम बिकती है अवैध शराब.
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Published : Oct 11, 2019, 8:18 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: जनपद में बांसडीह कोतवाली इलाके में खुलेआम कच्ची शराब की मंडी लगती है. लोग यहां कच्ची शराब खरीदते और पीते हैं, लेकिन इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है. कच्ची शराब बेचने के इस धंधे में पुरुषों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

खुलेआम बिकती है अवैध शराब.

सड़कों पर बिकती है कच्ची शराब
बिहार में शराबबंदी होने के बाद यूपी और बिहार का सीमावर्ती जिला बलिया अवैध शराब का हब बन गया है. यहां प्रत्येक दूसरे दिन अवैध शराब की खेप पुलिस पकड़ती है. यह तस्वीर बलिया में बांसडीह तहसील मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजपुर गांव की है, जहां गांव के बाहर सड़क से लेकर हर चौराहे पर दुकानों में कच्ची शराब बेची जाती है. शाम होते ही यहां पर शराब की मंडी लग जाती है. कोई भी आसानी से यहां पर कच्ची शराब खरीद सकता है.

पढ़ें- बलिया: बारिश के खलल से अधूरे पड़े हैं मां दुर्गा के पूजा पंडाल

जिला आबकारी अधिकारी अनुपम राजन के अनुसार प्रत्येक साल आबकारी विभाग को जहां भी अवैध शराब की बिक्री की सूचना प्राप्त होती है, वहां जाकर कार्रवाई की जाती है. लोगों को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 25 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब उन्होंने बरामद किया है. उन्होंने कहा कि जो भी शराब बरामद होती है, उसकी जांच होती है कि आखिर इसमें मिलावट किस स्तर पर है. यदि मिलावट से किसी व्यक्ति की जान जाने की गुंजाइश है, ऐसे लोगों के खिलाफ फांसी की सजा होने का भी प्रावधान है.

बलिया: जनपद में बांसडीह कोतवाली इलाके में खुलेआम कच्ची शराब की मंडी लगती है. लोग यहां कच्ची शराब खरीदते और पीते हैं, लेकिन इन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है. कच्ची शराब बेचने के इस धंधे में पुरुषों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं.

खुलेआम बिकती है अवैध शराब.

सड़कों पर बिकती है कच्ची शराब
बिहार में शराबबंदी होने के बाद यूपी और बिहार का सीमावर्ती जिला बलिया अवैध शराब का हब बन गया है. यहां प्रत्येक दूसरे दिन अवैध शराब की खेप पुलिस पकड़ती है. यह तस्वीर बलिया में बांसडीह तहसील मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजपुर गांव की है, जहां गांव के बाहर सड़क से लेकर हर चौराहे पर दुकानों में कच्ची शराब बेची जाती है. शाम होते ही यहां पर शराब की मंडी लग जाती है. कोई भी आसानी से यहां पर कच्ची शराब खरीद सकता है.

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जिला आबकारी अधिकारी अनुपम राजन के अनुसार प्रत्येक साल आबकारी विभाग को जहां भी अवैध शराब की बिक्री की सूचना प्राप्त होती है, वहां जाकर कार्रवाई की जाती है. लोगों को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 25 हजार लीटर अवैध कच्ची शराब उन्होंने बरामद किया है. उन्होंने कहा कि जो भी शराब बरामद होती है, उसकी जांच होती है कि आखिर इसमें मिलावट किस स्तर पर है. यदि मिलावट से किसी व्यक्ति की जान जाने की गुंजाइश है, ऐसे लोगों के खिलाफ फांसी की सजा होने का भी प्रावधान है.

Intro:यूपी के बलिया में बांसडीह कोतवाली इलाके में खुलेआम कच्ची शराब की मंडी लगती है लोग यहां कच्ची शराब खरीदते और पीते हैं लेकिन इन्हें कोई रोकने टोकने वाला नहीं कच्ची शराब बेचने की इस धंधे में पुरुषों के साथ महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं

Body:यूपी में प्रत्येक वर्ष किसी न किसी जिले में कच्ची शराब पीने से लोगों की मौत होती रहती है घटनाएं होने के बाद सरकार कार्यवाही शुरु करती है जिसमें पुलिस महकमे से लेकर आबकारी विभाग के अधिकारियों और सिपाहियों पर गाज गिरती है लेकिन यदि समय रहते ही ऐसे धंधों को बंद कर दिया जाए तो लोगों की जान भी बच सकती है

बिहार में शराबबंदी होने के बाद यूपी की अंतिम जिले और बिहार की सीमावर्ती जिला बलिया अवैध शराब का हक बन गया है यहां प्रत्येक दूसरे दिन अवैध शराब की खेप पुलिस पकड़ती है लेकिन यह तस्वीरें दूसरे प्रांत से लाई गई शराब की नहीं है बल्कि बलिया में बांसडीह तहासील मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित राजपुर गांव की है जहां गांव के बाहर सड़क से लेकर हर चट्टी चौराहे पर दुकानों में कच्ची शराब बेची जाती है

शाम होते ही यहां पर शराब की मंडी लग जाती है कोई भी आसानी से यहां कच्ची शराब खरीद सकता है लेकिन इन ठिकानों को शायद बांसडीह कोतवाली पुलिस को भनक नहीं है शायद यही वजह है कि यह धंधे आज भी बदस्तूर जारी है और शायद किसी हादसे का इंतजार कर रहे हैं
Conclusion:
जिला आबकारी अधिकारी अनुपम राजन के अनुसार प्रत्येक साल आबकारी विभाग को जहा भी अवैध शराब की बिक्री की सूचना प्राप्त होती है वहा जाकर कार्रवाई करता है लोगों को संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाता है

वर्तमान वित्तीय वर्ष में लगभग 25000 लीटर अवैध कच्ची शराब उन्होंने बरामद किया है उन्होंने कहा कि जो भी शराब बरामद होती है इसकी जांच होती है कि आखिर इसमें मिलावट किस स्तर पर है यदि मिलावट से किसी व्यक्ति की जान जाने की गुंजाइश है ऐसे लोगों के खिलाफ फांसी की सजा होने का भी प्रावधान है

बाइट--अनुपम राजन--जिला आबकारी अधिकारी

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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