बलिया: निर्भया के दोषियों को शुक्रवार को फांसी दिए जाने के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है. निर्भया के पैतृक गांव मेडवरा कला में भी जश्न का माहौल है. निर्भया को न्याय मिले इस आस में बलिया जिले के मेडवरा कला गांव में सात साल से होली नहीं खेली जाती थी, लेकिन 7 साल 3 महीने 3 दिन के लंबे अंतराल के बाद निर्भया को न्याय मिलने के साथ ही बेरंगी होली में एक बार फिर रंग भर गया. सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और गुलाल लगाकर निर्भया के न्याय मिलने पर खुशी मनाई.
निर्भया के दादा लालजी सिंह ने बताया कि गांव के लोग सात साल से होली नहीं मानते थे, लेकिन आज हम लोग होली मनाएंगे और गांव में मिठाई भी बाटेंगे. निर्भया के नाम पर खुले स्वास्थ्य केंद्र पर जश्न का आयोजन होगा और इसमें पूरे गांव के लोग शामिल होंगे.
उन्होंने बताया कि हमने न्याय के इंतजार में सात साल से ज्यादा समय तक इंतजार किया है. आज निर्भया के अपराधियों को फांसी के फंदे पर झूला दिया गया. इससे निर्भया समेत देश की समस्त नारियों को न्याय मिला है.
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