बलिया: जिले के कई इलाकों का पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने 30 अक्टूबर को दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को अब जनता की और किसानों के हित की कोई परवाह नहीं है.
दरअसल, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी ने शुक्रवार को कस्बा सहित आसपास के क्षेत्रों का दौरा कर जन समस्याओं की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि त्योहारों के मौसम में बेकाबू मंहगाई से प्रदेश की जनता त्रस्त है. जबकि झूठे प्रचार में करोड़ों रुपये खर्च करने वाली राज्य की भाजपा सरकार जनता की परेशानी पर चुप्पी साधे हुए है. महंगाई के सवाल पर उन्होंने कहा कि उपभोक्ता बस्तुओं के दाम जहां आसमान छू रहे हैं, वहीं किसानों की उपज सरकारी दुर्व्यवस्था के कारण बिचौलियों के भेंट चढ़ रहा है. अब तक क्षेत्र के किसी भी क्रय केन्द्र पर धान की खरीददारी शुरू न किए जाने से किसान मजबूरी बस अपनी उपज बिचौलियों के हाथ कम दाम पर बेचने को मजबूर है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के नाम पर लोगों के रोजगार छिन रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वनिधि योजना रेहड़ी पटरी दुकानदारों के लिए एक छलावा है. रेहड़ी-पटरी वालों, दुकानदारों, छोटे व्यापारियों को ऋण नहीं, आज इनको आर्थिक पैकेज पहुंचाने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि खाद्य पदार्थों के अलावा सब्जी और फल के दामों में हाल के दिनों में उत्तरोत्तर वृद्धि दर्ज किया जा रहा है. इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने कहा कि सरकार सिर्फ आम जनमानस के साथ छलावा का व्यवहार कर रही है. कोरोना के नाम पर लोगों के रोजगार धंधे बंद हो गए हैं. अब लोगों के सामने सबसे बड़ा संकट भूखमरी का आ गया है. जिन लोगों का रोजगार छिन गया है, वो शहर से अपने घर चले आए हैं. उनके सामने अब आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. वह कैसे अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें यह सबसे बड़ी समस्या है. आलू, प्याज, सब्जी और फल में हर समय वृद्धि हो रही है. और प्रदेश सरकार इस महंगाई पर अंकुश लगाने में नाकाम दिख रही है.