बलिया: महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत जिले के बेलहरी ब्लॉक के गंगापुर ग्राम पंचायत में अनियमतिता का मामला सामने आया है. शासन से साल 2011-12 के दौरान कराए गए कार्यों में गड़बड़ी की शिकायत की गई थी. जांच के बाद जेई, ग्राम प्रधान और सचिव समेत लात लोग दोषी पाए गए थे. सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है.
क्या है पूरा मामला
गंगापुर ग्राम पंचायत में वर्ष 2011- 12 के दौरान मनरेगा के तहत कार्य कराए गए थे. इन कार्यों में कुछ गड़बड़ियां पाई गई थीं जिसकी शासन से शिकायत की गई थी. इसके बाद लखनऊ से 3 सदस्य स्टेट क्वालिटी मॉनिटरिंग टीम ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की. टीम को जांच में 5 लाख रुपये की अनियमितता मिली, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई थी. रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में तीन स्तरीय कार्रवाई शुरु की गई थी. इसके अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों के निलंबन और संबंधित धनराशि की रिकवरी की जा चुकी थी. इस मामले में अंतिम स्तर पर संबंधित कर्मचारियों, अधिकारियों और ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई शेष थी जिसे अब पूरा किया गया है.
ग्राम पंचायत गंगापुर में वर्ष 2011-12 के दौरान मनरेगा कार्यो में अनियमितता की शिकायत हुई थी. इस क्रम में जांच के बाद वर्तमान बीडीओ की तहरीर पर हल्दी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस प्रकरण में पूर्व ग्राम प्रधान, तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, जेई, रोजगार सेवक सहित सात लोगों पर गबन का केस दर्ज किया गया है.
-बद्रीनाथ सिंह, सीडीओ