बलिया: जनपद के रेवती थाना क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर में कोटे की दुकान की खुली बैठक के समय धीरेंद्र प्रताप सिंह ने जयप्रकाश पाल की गोलीमार हत्या कर दी थी. इसको लेकर सियासत भी तेज हो गई. जहां एक तरफ प्रशासन ने मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद राहत की सांस ली. वहीं पूर्व सैनिकों ने कल पूरे दिन फ्लैग मार्च करते हुए धीरेंद्र सिंह के परिजनों की तहरीर पर प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की.
सोमवार को पूर्व सैनिक संगठन के प्रदेश प्रभारी रमेश सिंह और जिला प्रभारी अखिलेश्वर सिंह ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में एक प्रेसवार्ता करके जिला प्रशासन को 72 घंटे का समय दिया. पूर्व सैनिकों ने कहा कि अगर 72 घंटे के अंदर धीरेंद्र प्रताप सिंह के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा नहीं लिखा जाता है तो पूरे जिले भर के भूतपूर्व सैनिक कलेक्ट्रेट पर धरना और अनशन शुरू कर देंगे. साथ ही इन लोगों ने मांग की कि डेढ़ हजार से अधिक की संख्या में लोगों को बिना किसी सुरक्षा व मास्क के बुलाने वाले एसडीएम, सीओ पर भी महामारी एक्ट के मुकदमा के साथ ही हत्या का मुकदमा दर्ज हो. साथ ही मामले की एसआईटी जांच और आरोपी धीरेंद्र सिंह के परिजनों के हमलावरों पर भी एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
रमेश सिंह ने यह भी घोषणा की कि धीरेंद्र सिंह के मुकदमे का सारा खर्च पूर्व सैनिक संगठन उठाएगा. प्रदेश प्रभारी रमेश सिंह ने धीरेंद्र सिंह के परिजनों से मिलने के बाद यह आश्वासन दिया कि जब तक हमारी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो जाती, तब तक हम बलिया छोड़कर नहीं जाएंगे.