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शिक्षा के क्षेत्र में छात्राओं की तुलना में छात्र का पीछे रह जाना शोध का विषय: आनंदीबेन पटेल

यूपी के बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया गया. आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम में 27 छात्रों को गोल्ड मेडल की उपाधि दी, जिसमें 24 छात्राएं रहीं. 4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई.

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Published : Dec 13, 2019, 8:03 AM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST

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मनाया गया चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह.

बलिया: जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया गया. इसमें गोल्ड मेडल पाने वालों में छात्राओं का दबदबा दिखा. 27 में से 24 छात्राओं को गोल्ड मेडल प्राप्त हुए, जबकि 3 छात्र ही गोल्ड मेडल पाने में सफल रहे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि लड़के क्यों पीछे हो रहे हैं, यह पीएचडी का एक विषय होना चाहिए और इस समस्या का भी समाधान खोजा जाना चाहिए.

मनाया गया चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह.


चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का मनाया गया दीक्षांत समारोह

  • गुरुवार को जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ.
  • राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में शिरकत की.
  • कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के 27 छात्रों को गोल्ड मेडल की उपाधि दी.
  • इसमें से 24 छात्राएं रहीं.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि छात्राएं लगातार आगे आ रही हैं. सब को एक समान अवसर भी मिलता है, लेकिन लड़के पीछे रह रहे हैं. पीएचडी का एक विषय यह भी होना चाहिए की लड़कियां आगे आ रही हैं, लड़के आगे नहीं आ रहे हैं. इसका कारण क्या है? इसमें जो समस्या है, उसका समाधान करें.


4035 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की दी गई उपाधि
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई. इसमें 2682 छात्राएं और 1353 छात्र रहे. 27 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए गए, जिनमें से 24 छात्राएं और 3 छात्र शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें:- गोरखपुर: राज्यपाल का गुरु मंत्र, शिक्षा के साथ उत्तम स्वास्थ्य देता है जीवन में सफलता

वाणिज्य में गोल्ड मेडल पाने वाली नूर अफ्शा खान ने कहा कि लड़के भी हम लोगों की तरह पढ़ रहे हैं. आगे भी आ रहे हैं, लेकिन बेटियां इस वक्त ज्यादा आगे आ रही हैं. संस्कृत में गोल्ड मेडल पाने वाले मनीष तिवारी ने कहा कि लड़कियों में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ लगातार आचार्य, गुरुजनों और समाज द्वारा उन्हें प्रेरित किया जा रहा है, जिस कारण वह आगे बढ़ रही हैं.

बलिया: जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया गया. इसमें गोल्ड मेडल पाने वालों में छात्राओं का दबदबा दिखा. 27 में से 24 छात्राओं को गोल्ड मेडल प्राप्त हुए, जबकि 3 छात्र ही गोल्ड मेडल पाने में सफल रहे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि लड़के क्यों पीछे हो रहे हैं, यह पीएचडी का एक विषय होना चाहिए और इस समस्या का भी समाधान खोजा जाना चाहिए.

मनाया गया चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह.


चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का मनाया गया दीक्षांत समारोह

  • गुरुवार को जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ.
  • राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में शिरकत की.
  • कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के 27 छात्रों को गोल्ड मेडल की उपाधि दी.
  • इसमें से 24 छात्राएं रहीं.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि छात्राएं लगातार आगे आ रही हैं. सब को एक समान अवसर भी मिलता है, लेकिन लड़के पीछे रह रहे हैं. पीएचडी का एक विषय यह भी होना चाहिए की लड़कियां आगे आ रही हैं, लड़के आगे नहीं आ रहे हैं. इसका कारण क्या है? इसमें जो समस्या है, उसका समाधान करें.


4035 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की दी गई उपाधि
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई. इसमें 2682 छात्राएं और 1353 छात्र रहे. 27 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए गए, जिनमें से 24 छात्राएं और 3 छात्र शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें:- गोरखपुर: राज्यपाल का गुरु मंत्र, शिक्षा के साथ उत्तम स्वास्थ्य देता है जीवन में सफलता

वाणिज्य में गोल्ड मेडल पाने वाली नूर अफ्शा खान ने कहा कि लड़के भी हम लोगों की तरह पढ़ रहे हैं. आगे भी आ रहे हैं, लेकिन बेटियां इस वक्त ज्यादा आगे आ रही हैं. संस्कृत में गोल्ड मेडल पाने वाले मनीष तिवारी ने कहा कि लड़कियों में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ लगातार आचार्य, गुरुजनों और समाज द्वारा उन्हें प्रेरित किया जा रहा है, जिस कारण वह आगे बढ़ रही हैं.

Intro:बलिया के जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल पाने वालों में छात्राओं का दबदबा दिखा 27 में से 24 छात्राओं को गोल्ड मेडल प्राप्त हुए जबकि 3 छात्र ही गोल्ड मेडल पाने में सफल रहे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि लड़के क्यों पीछे हो रहे हैं यह पीएचडी का एक विषय होना चाहिए और इस समस्या का भी समाधान खोजा जाना चाहिए




Body:पूर्वांचल की राजनीति का केंद्र बिंदु बलिया पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चंद्रशेखर की कर्मस्थली के लिए भारत की राजनीति में अपना अलग स्थान रखता है और अब बलिया के जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह के साथ ही यह जिला शिक्षा के क्षेत्र में भी अपना अलग पहचान बनाने लगा है

गुरुवार को विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ जिसमें उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पथ और कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में शिरकत की कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के परास्नातक 27 छात्रों को गोल्ड मेडल की उपाधि दी जिनमें से 24 छात्राएं रही

विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और सूबे के गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि छात्राएं लगातार आगे आ रही है सब को एक समान अवसर भी मिलता है लेकिन लड़के पीछे रह रहे हैं उन्होंने कहा कि मैं बार-बार यूनिवर्सिटी वालों को कहती हो लेकिन मुझे किसी ने नहीं कहा है कि पीएचडी का एक विषय यह भी होना चाहिए की लड़कियां आगे आ रही हैं लड़के आगे नहीं आ रहे हैं इसका कारण क्या है स्टडी करिए उस पर पीएचडी करिए और जो समस्या है हमारे लड़कों में आई है या समस्या आई होंगी उसे खोज कर बाहर निकाले उसका समाधान करे और आगे बढ़ते रहे

4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई

जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई जिनमे 2682 छात्राएं 66 फ़ीसदी और 1353 छात्र 34 फीसदी रहे। इस दीक्षांत समारोह में अपनी-अपनी कक्षाओं में सर्वाधिक अंक पाने वाले
27 छात्र-छात्राओं को भी गोल्ड मेडल दिए गए जिनमें से 24 छात्राएं और 3 छात्र हैं




Conclusion:यूपी के गवर्नर आनंदीबेन पटेल के संबोधन को लेकर गोल्ड मेडल पाने वाली छात्राओं ने अपने अपने विचार रखे वाणिज्य में गोल्ड मेडल पाने वाली नूर अफ्शा खान ने कहा कि लड़के भी हम लोगों की तरह पढ़ रहे हैं और आगे भी आ रहे हैं लेकिन बेटियां इस वक्त ज्यादा आगे आ रही हैं यह साफ दिखता है कि गोल्ड मेडल पाने वालों में 27 में से 24 हम लड़कियां हैं जो काफी गौरव की बात है

अंग्रेजी की गोल्ड मेडलिस्ट कुमारी पूजा वर्मा ने कहा कि हमारा देश शुरू से ही पुरुष प्रधान रहा है लड़कों को हमेशा छूट दी जाती रही है लड़के थोड़े लापरवाह हो गए लड़कियां जिन्हें कम आजादी मिली वह हमेशा ही आगे बढ़ने की होड़ में रहती थी और अब आगे आने लगी है और लड़के थोड़े लापरवाह होने के कारण पीछे रह गए

संस्कृत में गोल्ड मेडल पाने वाले मनीष तिवारी ने भी माना कि लड़कियों में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ लगातार आचार्य, गुरुजनों और समाज के द्वारा उन्हें प्रेरित किया जाता रहा है जिस कारण वह आगे बढ़ती रही हैं लेकिन लड़कों को भी समकक्षता को देखते हुए प्रेरित होना चाहिए और अपने उद्देश्य को दृढ़ संकल्पित कर और आगे बढ़ना चाहिए

बाइट1--आनंदीबेन पटेल---गवर्नर,यूपी
बाइट2--नूर अफ्शा खान--कॉमर्स गोल्ड मेडलिस्ट
बाइट3-कुमारी पूजा वर्मा--इंग्लिश गोल्ड मेडलिस्ट
बाइट3--मनीष तिवारी--संस्कृत गोल्ड मेडलिस्ट


प्रशान्त बनर्जी
बलिया
9455785050

डेस्क द्वारा रिपीट कहकर denie कर दिया गया जबकि ये दूसरी खबर है राज्यपाल द्वारा लड़को के आगे न आने पर शोध के लिए पीएचडी का विषय बनाने की बात की जिसमे गोल्ड मेडलिस्ट छात्राओं द्वारा छात्रों के पीछे रह जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी
इस पर ये स्टोरी है

डेस्क से बात कर बताया गया था
धन्यवाद
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST
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