बलिया: जिले के परिषदीय स्कूलों के बच्चों ने विज्ञान के मॉडल बनाकर अपने अंदर की नई सोच को सबके सामने रखा. 17 ब्लॉक और एक नगर क्षेत्र में आयोजित हुए इस मॉडल प्रदर्शनी के लिए बच्चों ने खूब मेहनत की. ब्लॉक वार आयोजित हुई इस विज्ञान प्रदर्शनी में चयनित मॉडल जनपद स्तर में प्रतिभाग करेंगे, जिसके बाद जिले में से चयन होने पर मंडल में उनके मॉडल की प्रदर्शनी लगेगी.
बच्चों ने विज्ञान मॉडल पर लगाई प्रदर्शनी
जिले में सरकारी स्कूलों के बच्चों ने अपने-अपने तरीकों से वेस्ट मेटेरियल की सहायता से विज्ञान के मॉडल बनाकर प्रदर्शनी में हिस्सा लिया. हनुमानगंज बीआरसी में लगाये गए प्रदर्शनी में क्षेत्र के 12 स्कूलों के 100 से ज्यादा बच्चों ने अपने-अपने मॉडल के साथ प्रतिभाग किया. बच्चों ने अपने मॉडल में पर्यावरण को नुकसान न हो, इसका भी ध्यान रखा और थर्माकोल, प्लास्टिक के ग्लास आदि का प्रयोग अपने मॉडल में नहीं किया.
प्रदर्शनी में उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, जहां बच्चों ने सौर ऊर्जा से बिजली के बल्ब और पंखे जलाना दिखाया तो किसी ने पवन चक्की से बिजली का उत्पादन दिखाया. इसके साथ ही शौचालय के प्रयोग कर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक भी किया गया.
उच्च प्राथमिक स्कूल तहमनपुरा के कक्षा 6 के छात्र अजीत कुमार ने बताया कि 2 लोगों ने मिलकर इस सोलर लाइट मॉडल को बनाया है, क्योंकि आने वाले समय मे ईंधन समाप्त हो जाएगा. हमने सोचा कि कुछ ऐसा बनाया जाए जो हमेशा रहे. इससे सूर्य से मिलने वाले ऊर्जा से हम लोग बिजली बनाकर अपने स्कूल को रोशन कर सकेंगे.
विज्ञान प्रदर्शनी का मूल्यांकन करने वाले शिक्षक भी बच्चों के हुनर को देखकर काफी सराहना की. उन्होंने बताया कि काफी कम पैसों में वेस्ट मटेरियल के मदद से बच्चों ने ये मॉडल तैयार किया है. इन मॉडल के माध्यम से बच्चे विज्ञान को बेहतर तरीके से जान सकेंगे.
साथ ही ईको फ्रेंडली मॉडल से पर्यावरण को भी बचाने का संदेश दिए. ब्लॉक स्तर में चयनित मॉडल जिला स्तर में हिस्सा लेंगे और फिर वहां से चयनित बच्चों के मॉडल आजमगढ़ मंडल में होने वाले मंडलीय प्रदर्शनी के लिए भेजे जाएंगे. फिर मंडल से चयन होने वाले मॉडल प्रदेश के लिए भेजे जाएंगे और पुरस्कार भी प्राप्त करेंगे.