बलिया: 18 फरवरी से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही है. जिले में इस बार 1 लाख 59 हजार 503 परीक्षार्थी बोर्ड की परीक्षा में शामिल होंगे, जो कि जनपद के 213 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा देंगे, जिसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी है. जिलाधिकारी ने परीक्षा के दौरान गड़बड़ी होने पाए जाने पर केंद्र व्यवस्थापक और प्रधानाचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत भी दिए हैं.
बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयारियां हुईं पूरी
जिले में इस वर्ष 1लाख 59 हजार 503 परीक्षार्थी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होंगे, जिनमें से 82 हजार 206 हाई स्कूल और 77,099 इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राएं हैं. जनपद में परीक्षा के लिए 213 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी के साथ वॉइस रिकॉर्डर और राउटर का प्रयोग किया जा रहा है. राउटर के प्रयोग से सभी 213 परीक्षा केंद्रों के प्रत्येक कमरों की ऑनलाइन निगरानी रखी जाएगी.
जनपद में राजकीय इंटर कॉलेज को परीक्षा के लिए कंट्रोल रूम सेंटर के तौर पर स्थापित किया गया है. इस कंट्रोल रूम में 15 कंप्यूटर भी लगाए गए हैं, जो सभी परीक्षा केंद्रों में लगे सीसीटीवी और राउटर के माध्यम से देखे जा सकेंगे. इस कंट्रोल रूम में दो उप-जिलाधिकारी स्तर के मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. साथ ही पूरी बोर्ड परीक्षा के दौरान किसी भी विषय की परीक्षा संबंधी जानकारी के लिए टेलीफोन कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है.
17 बोर्ड परीक्षा केंद्र संवेदनशील और 15 अति संवेदनशील
बोर्ड परीक्षा के लिए जनपद को 6 जोन में बांटा गया है. प्रत्येक तहसील के मजिस्ट्रेट जोनल मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्त किए गए हैं. इसके अलावा परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए 28 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 15 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और 6 सचल दल की टीमें परीक्षा के दौरान नकल रोकने की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगी. जनपद में नकल विहीन परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए परीक्षा केंद्रों का चयन भी गंभीरता से किया गया है. रिकॉर्ड के मुताबिक जिले में बोर्ड परीक्षा केंद्र बने 17 संवेदनशील और 15 अतिसंवेदनशील सेंटर की श्रेणी में है. इन सेंटरों पर प्रशासन की विशेष नजर रहेगी.
कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल रखने पर लगा प्रतिबंध
यूपी बोर्ड की परीक्षा में ड्यूटी देने वाले कक्ष निरीक्षकों इस बार मोबाइल लेकर परीक्षा की ड्यूटी करने पर प्रतिबंध लगाया गया है. परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र मोबाइल के माध्यम से सॉल्व किए जाते रहे हैं. इसको लेकर इस बार बलिया जिले में कक्ष निरीक्षकों के मोबाइल प्रयोग करने पर रोक लगाई गई है.
नकल के मामले में पूर्वांचल में चर्चित रहा है बलिया
यूपी बोर्ड की परीक्षा में नकल को लेकर बलिया जिला शुरू से ही काफी चर्चित रहा है. पूर्व के सालों में नकल माफिया जिला प्रशासन पर हावी रहते थे और नकल कराने के लिए सारे हथकंडे अपनाते थे. प्रदेश की भाजपा सरकार आने के बाद यूपी बोर्ड परीक्षा में सीसीटीवी के प्रयोग होने से नकल माफियाओं के हौसले पस्त हो गए हैं.
नकल विहीन परीक्षा कराना हमारी प्राथमिकता है, जिसके लिए हमने सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिले के 1,59,503 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. जबकि गत वर्ष 1,71,000 परीक्षार्थी हाईस्कूल और यूपी बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुए थे. सभी 213 परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी के साथ ब्रॉडकास्टिंग के जरिए कंट्रोल रूम में रखे कंप्यूटर से निगरानी रखी जाएगी.
-भास्कर मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षक