बलिया: जिले में कोतवाली पुलिस की लापरवाही सामने आई है. डीआईजी द्वारा शेल्टर होम भेजे गए लोग वहां से गायब मिलने पर डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने आला अधिकारियों से लेकर सिपाहियों तक को जमकर फटकार लगाई. उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाल से स्पष्टीकरण मांगने की भी बात कही.
आजमगढ़ मंडल के पुलिस उपमहानिरीक्षक सुभाष चंद दुबे पिछले 4 दिनों से बलिया के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने अन्नपूर्णा बैंक के तहत गरीब लोगों को भोजन उपलब्ध कराया. 2 दिन पूर्व रेलवे स्टेशन पर भ्रमण करने के दौरान कुछ निराश्रित लोगों को उन्होंने पुलिस के माध्यम से शेल्टर होम भिजवाया था, ताकि वे लोग वहां पर रुके, जहां पर प्रशासन द्वारा उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा. शुक्रवार को डीआईजी पुलिस बल के साथ शेल्टर होम का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहां से एक ही परिवार के काफी लोग गायब मिले. इस पर डीआईजी का पारा गरम हो गया.
उन्होंने एसपी और अपर पुलिस अधीक्षक से सवाल जवाब किया कि शेल्टर होम में ड्यूटी पर लगे पुलिसकर्मी भी गायब मिले. आजमगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि वे लोग स्टेशन पर मांगकर खाने वाले हैं. शेल्टर होम में इनको भेजा गया था. वे 8 लोग थे, लेकिन यहां पर नहीं हैं. शेल्टर होम में देखरेख करने वाले व्यवस्थापक ने बताया कि ये सभी लोग यहां से चले गए बिना कुछ बताए. इसको लेकर एसपी को कड़ी हिदायत दी गई है कि शेल्टर होम पर राउंड द क्लॉक ड्यूटी होनी चाहिये. शेल्टर होम पर सिर्फ एक सिपाही ड्यूटी पर है, जबकि 2 सिपाही होने चाहिए. इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है.