बलियाः यूपी बोर्ड के बारहवीं परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार तीन पत्रकारों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन जारी है. संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा द्वारा 16 अप्रैल को बलिया बंद के सफल होने के बाद जिला प्रशासन व पुलिस महकमा ने सख्त रुख अख्तियार किया है. एक सामाजिक कार्यकर्ता को रेवेन्यू इंस्पेक्टर द्वारा डीएम आवास या सरकारी कार्यालय पर पोस्टर चस्पा करने को लेकर फोन कर बताया कि आपके खिलाफ 25 हजार रुपये की नोटिस काटी गई है, जिसका आडियो वायरल हो गया.
पेपर लीक मामले में निर्दोष तीन पत्रकारों को फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कर तानाशाह डीएम व एसपी द्वारा जेल भेज दिया गया था. जिनके रिहाई और डीएम व एसपी के निलंबन की मांग को लेकर संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले चल रहे धरने के क्रम में 16 अप्रैल को पूरा बलिया बंद रहा. जिसका पुरजोर समर्थन सामाजिक, राजनैतिक, शैक्षणिक, व्यापारी, छात्र समेत अन्य संगठनों ने दिया.
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बलिया बंदी सफल होने के बाद अब जिला प्रशासन व पुलिस महकमा के लोग व्यापारियों व सामाजिक संगठनों के लोगों को टारगेट करना शुरू कर दिया है. ऐसा ही आडियो सोमवार को वायरल हुआ. जिसमें रेवेन्यू इंस्पेक्टर फोन कर सामाजिक कार्यकर्ता को डीएम व सरकारी आवास पर पोस्टर लगाने का हवाला देते हुए 25000 रुपये जुर्माना लगाने की बात कही है. वहीं, इसके जवाब में सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा है कि एक भी रुपया जुर्माना नहीं दूंंगा. पहले राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह का जुर्माना काटिए, उनका हर जगह पोस्टर चस्पा हुआ है.