ETV Bharat / state

बलिया: सरकारी स्कूल बना जानवरों का अड्डा

उत्तर प्रदेश के बलिया में सरकारी स्कूल एक बार फिर सुर्खियों में है. जिले के हनुमानगंज शिक्षा क्षेत्र के बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय नंबर दो में लोग अपने जानवरों को बांध रहे हैं. स्कूल के परिसर में गाय, मुर्गी और बकरियां तक देखने को मिलती है.

etv bharat
सरकारी स्कूल बना जानवरों का अड्डा.
author img

By

Published : Jan 6, 2020, 12:09 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST

बलिया: स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है, लेकिन जिले के एक स्कूल में शिक्षा के मंदिर को जानवरों का तबेला बना दिया गया है. स्कूल परिसर में लोगों ने अपने मवेशी बंध दिए हैं. इतना ही नहीं पूरे स्कूल परिसर में जहां तहां गंदगी का अंबार भी दिखाई दे रहा है. इतना ही नहीं प्राथमिक विद्यालय की कक्षाओं में बच्चों के पढ़ने की जगह कुछ परिवार आशय बनाकर रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह सभी लोग बाढ़ पीड़ित है, और सितंबर माह से यहां पर रुके हुए हैं.

सरकारी स्कूल बना जानवरों का अड्डा.

स्कूल की कक्षाओं में रहते हैं कई परिवार
स्कूल की कक्षाओं में रह रही ग्रामीण महिला ने बताया कि हम लोगों का घर बाढ़ में डूब गया था, तभी से हम लोग यहां स्कूल में रह रहे हैं. यहां पर कई परिवार रहते हैं. कुछ लोग पानी कम होने की वजह से वापस अपने घर चले गए हैं. लेकिन उनके जानवर यहां पर बंधे हुए हैं. वह लोग दिन में आकर यहां पर खाना देकर चले जाते हैं. रात भर हम लोग उनकी निगरानी भी करते हैं और यहीं पर रहते हैं. बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया कि मकर संक्रांति के बाद मैं यहां से जाऊंगी.

स्कूल की सहायक अध्यापिका नीतू सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण स्कूल बंद था. जब स्कूल खुला हम लोग आए तो देखें कि यहां पर गाय बंधे हुए हैं और कुछ लोग रह रहे हैं. स्कूल की बाउंड्री भी नहीं है. सितंबर महीने से यह लोग यहां पर है. स्कूल जब चलता है तो यह लोग दूसरी ओर रहते हैं. अभी शीतलहर है स्कूल बंद है इसलिए ये लोग सभी कक्षाओं में आकर रह रहे हैं.


लोगों के माध्यम से यह मामला संज्ञान में आया है. संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से इस मामले में जानकारी ली जाएगी. पूरी हकीकत जानकर इसकी आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये. जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करते हैं. उन्हें 40 विद्यालयों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. हो सकता है खंड शिक्षा अधिकारी ने इस विद्यालय का निरीक्षण नहीं किया हो.
शिव नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

बलिया: स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है, लेकिन जिले के एक स्कूल में शिक्षा के मंदिर को जानवरों का तबेला बना दिया गया है. स्कूल परिसर में लोगों ने अपने मवेशी बंध दिए हैं. इतना ही नहीं पूरे स्कूल परिसर में जहां तहां गंदगी का अंबार भी दिखाई दे रहा है. इतना ही नहीं प्राथमिक विद्यालय की कक्षाओं में बच्चों के पढ़ने की जगह कुछ परिवार आशय बनाकर रह रहे हैं. बताया जा रहा है कि यह सभी लोग बाढ़ पीड़ित है, और सितंबर माह से यहां पर रुके हुए हैं.

सरकारी स्कूल बना जानवरों का अड्डा.

स्कूल की कक्षाओं में रहते हैं कई परिवार
स्कूल की कक्षाओं में रह रही ग्रामीण महिला ने बताया कि हम लोगों का घर बाढ़ में डूब गया था, तभी से हम लोग यहां स्कूल में रह रहे हैं. यहां पर कई परिवार रहते हैं. कुछ लोग पानी कम होने की वजह से वापस अपने घर चले गए हैं. लेकिन उनके जानवर यहां पर बंधे हुए हैं. वह लोग दिन में आकर यहां पर खाना देकर चले जाते हैं. रात भर हम लोग उनकी निगरानी भी करते हैं और यहीं पर रहते हैं. बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया कि मकर संक्रांति के बाद मैं यहां से जाऊंगी.

स्कूल की सहायक अध्यापिका नीतू सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण स्कूल बंद था. जब स्कूल खुला हम लोग आए तो देखें कि यहां पर गाय बंधे हुए हैं और कुछ लोग रह रहे हैं. स्कूल की बाउंड्री भी नहीं है. सितंबर महीने से यह लोग यहां पर है. स्कूल जब चलता है तो यह लोग दूसरी ओर रहते हैं. अभी शीतलहर है स्कूल बंद है इसलिए ये लोग सभी कक्षाओं में आकर रह रहे हैं.


लोगों के माध्यम से यह मामला संज्ञान में आया है. संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से इस मामले में जानकारी ली जाएगी. पूरी हकीकत जानकर इसकी आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये. जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करते हैं. उन्हें 40 विद्यालयों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. हो सकता है खंड शिक्षा अधिकारी ने इस विद्यालय का निरीक्षण नहीं किया हो.
शिव नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

Intro:यूपी के बलिया में सरकारी स्कूल एक बार फिर सुर्खियों में है. जिले के हनुमानगंज शिक्षा क्षेत्र के बसंतपुर प्राथमिक विद्यालय नंबर 2 में लोग अपने जानवरों को बांधे हुए हैं .स्कूल के परिसर में गाय मुर्गी और बकरियां तक देखने को मिलती है.


Body:स्कूल शिक्षा का मंदिर होता है ,लेकिन बलिया के एक स्कूल में शिक्षा के मंदिर को जानवरों का तबेला बना दिया गया है .स्कूल परिसर में लोगों के मवेशी बंधे हुए हैं .इतना ही नहीं पूरे स्कूल परिसर में जहां तहां गंदगी का भी अंबार है.

इतना ही नहीं प्राथमिक विद्यालय की कक्षाओं में बच्चों के पढ़ने के जगह कुछ परिवार आशय बनाकर रह रहे हैं .बताया जा रहा है कि यह सभी लोग बाढ़ पीड़ित है और सितंबर माह से यहां पर रुके हुए हैं.

स्कूल की कक्षाओं में रह रही ग्रामीण महिला ने बताया कि हम लोगों का घर बाढ़ में डूब गया था तभी से हम लोग यहां स्कूल में रह रहे हैं. यहां पर कई परिवार रहते हैं .कुछ लोग पानी कम होने की वजह से वापस अपने घर चले गए हैं ,लेकिन उनके जानवर यहां पर बधे हुए हैं. वह लोग दिन में आकर यहां पर खाना देकर चले जाते हैं ,रात भर हम लोग उनकी निगरानी भी करते हैं और यहीं पर रहते हैं .बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया कि मकर संक्रांति के बाद मैं यहां से जाऊंगी.

स्कूल की सहायक अध्यापिका नीतू सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण स्कूल बंद था.जब स्कूल खुला हम लोग आए तो देखें कि यहां पर गाय बंधे हुए हैं और कुछ लोग रह रहे .स्कूल की बाउंड्री भी नहीं है .सितंबर महीने से यह लोग यहां पर है .स्कूल जब चलता है तो यह लोग दूसरी ओर रहते हैं . अभी शीतलहर है स्कूल बंद है इसलिए ये लोग सभी कक्षाओं में आकर रह रहे.


Conclusion:इस मामले में जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि आप लोगों के माध्यम से यह मामला संज्ञान में आया है .संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से इस मामले में जानकारी ली जाएगी.पूरी हकीकत जानकर इसकी आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये. जिसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी .उन्होंने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करते हैं .उन्हें 40 विद्यालयों के निरीक्षण की जिम्मेदारी दी गई है .हो सकता है खंड शिक्षा अधिकारी ने इस विद्यालय का निरीक्षण नही किया है. यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है.


बाइट1--भागीरथी--बाढ़ पीड़ित
बाइट2--नीतू सिंह--सहायक अध्यापिका
बाइट3--शिव नारायण सिंह---जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

नोट-बेसिक शिक्षा अधिकारी की बाइट रैप से भेजी गई है इसी स्लग से कृपया वहां से लेने की कृपा करें

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
9455785050
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:24 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.