बलिया: जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह मनाया गया. इसमें गोल्ड मेडल पाने वालों में छात्राओं का दबदबा दिखा. 27 में से 24 छात्राओं को गोल्ड मेडल प्राप्त हुए, जबकि 3 छात्र ही गोल्ड मेडल पाने में सफल रहे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस विषय को गंभीरता से लेते हुए कहा कि लड़के क्यों पीछे हो रहे हैं, यह पीएचडी का एक विषय होना चाहिए और इस समस्या का भी समाधान खोजा जाना चाहिए.
चंद्रशेखर विश्वविद्यालय का मनाया गया दीक्षांत समारोह
- गुरुवार को जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ.
- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में शिरकत की.
- कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के 27 छात्रों को गोल्ड मेडल की उपाधि दी.
- इसमें से 24 छात्राएं रहीं.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि छात्राएं लगातार आगे आ रही हैं. सब को एक समान अवसर भी मिलता है, लेकिन लड़के पीछे रह रहे हैं. पीएचडी का एक विषय यह भी होना चाहिए की लड़कियां आगे आ रही हैं, लड़के आगे नहीं आ रहे हैं. इसका कारण क्या है? इसमें जो समस्या है, उसका समाधान करें.
4035 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर की दी गई उपाधि
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में 4035 विद्यार्थियों को स्नाकोत्तर की उपाधि दी गई. इसमें 2682 छात्राएं और 1353 छात्र रहे. 27 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल दिए गए, जिनमें से 24 छात्राएं और 3 छात्र शामिल हैं.
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वाणिज्य में गोल्ड मेडल पाने वाली नूर अफ्शा खान ने कहा कि लड़के भी हम लोगों की तरह पढ़ रहे हैं. आगे भी आ रहे हैं, लेकिन बेटियां इस वक्त ज्यादा आगे आ रही हैं. संस्कृत में गोल्ड मेडल पाने वाले मनीष तिवारी ने कहा कि लड़कियों में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ लगातार आचार्य, गुरुजनों और समाज द्वारा उन्हें प्रेरित किया जा रहा है, जिस कारण वह आगे बढ़ रही हैं.