बहराइच: तकनीकी सहयोग से परिषदीय स्कूलों का स्वरूप बदलने की कवायद शुरू हो गई है. हिंदी, गणित और अंग्रेजी भाषा में छात्रों की अभिरुचि बढ़ाने के लिए अनूठी पहल की गई है. जिले में स्थित प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को अंग्रेजी गणित और हिंदी भाषा विषयों में अभिरुचि बढ़ाने के लिए जनपद स्तर पर तकनीकी सहयोग समूह का गठन किया गया है.
बच्चों की अपेक्षित दक्षता बढ़ाने के लिए तकनीकी शिक्षा देने की कवायद
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि नेशनल अचीवमेंट सर्वे के अनुसार, बच्चों में अंग्रेजी, गणित और हिंदी भाषा में बच्चों का अपेक्षित दक्षता बढ़ाने के लिए तकनीकी रूप से शिक्षा दी जाएगी. ताकि बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़े और बच्चों की स्कूल में संख्या बढ़े. इस योजना के तहत बीआरसी के पद को हटाकर एआरसी पद का चयन किया जा रहा है.
प्रत्येक ब्लॉक में एआरसी सहित छह लोगों की टीम गठित की जा रही हैं. वह सपोर्टिंग सुपरविजन के माध्यम से शिक्षकों से संपर्क स्थापित करके शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने की दिशा में काम करेंगे.
बहराइच आकाक्षात्मक जनपद है. इसलिए यहां पर नीति आयोग द्वारा नामित पीरामल फाउंडेशन के माध्यम से जिले में बेसिक शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
-एस के तिवारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी