बहराइच: जिले में आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए मंगलवार को सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया. आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम शंभू कुमार ने आये हुए फरियादियों की समस्याओं की गम्भीरतापूर्वक सुनवाई करते हुए निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. सम्पूर्ण समाधान दिवस में 63 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें से 5 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया.
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जन समस्याओं का निस्तारण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसलिए सभी अधिकारी विभिन्न स्तरों से प्राप्त जन शिकायतों का गुणवत्तापरक समयबद्धता के साथ निस्तारण कराएं. डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि सभी अधिकारी कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव का पालन करते हुए अपने कार्यालय के स्टाफ को भी इसका पालन कराएं. धान क्रय केन्द्रों का सुचारू रूप से संचालन किया जाए. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही व उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि धान क्रय केन्द्र के संचालन के सम्बंध में प्राप्त शिकायतों को गम्भीरता से लेते हुए सम्बन्धित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि समाधान दिवस के दौरान खाद्य एवं रसद विभाग, समाज कल्याण, प्रोबेशन, स्वास्थ्य एवं बाल विकास आदि विभागों द्वारा स्टाल लगाय गये थे. बाल विकास विभाग के स्टाल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पांच गर्भवती महिलाओं की गोदभराई भी की. समाधान दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक और एलईडी वैन द्वारा महिला सशक्तिकरण के सम्बंध में जागरूक किया गया. इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश मोहन श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्रा, पीडीडीआरडीए अनिल कुमार सिंह, एसओसी पारसनाथ वर्मा, सीवीओ डॉ. बलवन्त सिंह, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे.
इसी प्रकार अन्य तहसीलों में सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया. तहसील पयागपुर में प्राप्त 41 में से 5, नानपारा में 54 के सापेक्ष शून्य, महसी में 51 के सापेक्ष 6, मिहींपुरवा मोतीपुर में 20 के सापेक्ष 02 और कैसरगंज में प्राप्त 52 के सापेक्ष 06 प्रार्थना पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया.