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बहराइच जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए सपाइयों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

बहराइच जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों ने डीएम को पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा है.

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समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए डीएम को सौंपा ज्ञापन
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Published : Aug 18, 2022, 5:30 PM IST

बहराइचः प्रदेश के कई जनपद सूखे की चपेट में है. खेतों में खड़ी फसल पानी न मिल पाने से सूख रही हैं. इस सूखे की मार से किसान परेशान है. इसको लेकर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने निवर्तमान जिलाध्यक्ष की अगुवाई में राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा. जिसमें जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित किए जाने की मांग की गई है.

समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए डीएम को सौंपा ज्ञापन
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव की अगुवाई में जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने के सम्बंध में पांच सूत्रीय मांग पत्र लेकर सपा नेता व पदाधिकारियों ने डीएम कार्यालय पहुंचे. यहां सभी नेताओं ने अपने हाथों में तख्ती व बैनर लिए हुए किसानों का कर्जा माफ करो और बहराइच को सूखाग्रस्त घोषित करो के नारे लगाए.सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव ने कहा कि जनपद में अब तक औसत वर्षा के सापेक्ष कुल 20 प्रतिशत ही वर्षा हुई है. मौसम की बेरुखी से इस बार आषाढ़ के बाद सावन में भी पानी बरसाने वाले बदरा रूठे रहे. समय से बारिश न होने के कारण 40 प्रतिशत किसान धान की रोपाई नहीं कर सके हैं. जिन किसानों ने किसी तरह से धान की रोपाई की है. उनके धान की 50 प्रतिशत से अधिक फसलें सूख गई हैं. डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण पम्पिंग सेट से खेत की सिंचाई करने में ज्यादा रकम खर्च हो रही है. इस बढ़ती मंहगाई पर किसान कर्ज वहन नहीं कर पा रहा है.विधायक कैसरगंज आंनद यादव ने कहा कि सूखाग्रस्त जैसे हालात से किसान वर्ग परेशान है. जनपद में भीषण सूखाग्रस्त होने के कारण मनुष्य से लेकर पशु पंक्षी जीव जंतु पेड़ पौधे और फसलें भी प्रभावित हुई हैं. जनपद में धान की रोपाई न के बराबर और गन्ने की फसलों का नुकसान हो रहा है. उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से बहराइच जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग की है. इसके साथ ही किसानों की फसल की क्षति का सर्वे कराकर किसानों को मुवावजा देने, निजी नलकूपों की सिंचाई माफ करने, किसानों के फसली ऋण की किस्तें माफ कर वसूली स्थगित करने और ग्रामीण क्षेत्रो में निजी नलकूपों से सिंचाई के लिए आबाध रूप से कम से कम 20 घंटे की बिजली आपूर्ति करने की मांग की है.यह भी पढ़ें-1 देश 1 चार्जर मॉडल पर विचार जानने के लिए सरकार बनाएगी Universal Charger पैनलज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व विधायक रमेश गौतम, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ सपा नेता भगत राम मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष देवेश चन्द्र मिश्र, डॉ. आलम सरहदी, झुग्गी लाल यादव, मनु देवी, श्रीमती सुमन शर्मा, एडवोकेट मंजू चौधरी, जवाहर लाल यादव, महेंद्र स्वरूप, सुनील निषाद, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, जिला जीत सिंह, कन्हैया लाल लोधी, पूर्व चैयरमैन वाहिद कुरेशी, शमशाद अहमद, मोबिन खान सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे.यह भी पढ़ें- यूपी की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भागीदारी को उत्सुक है कनाडा: कैमरॉन मैके

बहराइचः प्रदेश के कई जनपद सूखे की चपेट में है. खेतों में खड़ी फसल पानी न मिल पाने से सूख रही हैं. इस सूखे की मार से किसान परेशान है. इसको लेकर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता व पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने निवर्तमान जिलाध्यक्ष की अगुवाई में राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन डीएम को सौंपा. जिसमें जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित किए जाने की मांग की गई है.

समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष ने जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए डीएम को सौंपा ज्ञापन
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव की अगुवाई में जनपद को सूखाग्रस्त घोषित करने के सम्बंध में पांच सूत्रीय मांग पत्र लेकर सपा नेता व पदाधिकारियों ने डीएम कार्यालय पहुंचे. यहां सभी नेताओं ने अपने हाथों में तख्ती व बैनर लिए हुए किसानों का कर्जा माफ करो और बहराइच को सूखाग्रस्त घोषित करो के नारे लगाए.सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष रामहर्ष यादव ने कहा कि जनपद में अब तक औसत वर्षा के सापेक्ष कुल 20 प्रतिशत ही वर्षा हुई है. मौसम की बेरुखी से इस बार आषाढ़ के बाद सावन में भी पानी बरसाने वाले बदरा रूठे रहे. समय से बारिश न होने के कारण 40 प्रतिशत किसान धान की रोपाई नहीं कर सके हैं. जिन किसानों ने किसी तरह से धान की रोपाई की है. उनके धान की 50 प्रतिशत से अधिक फसलें सूख गई हैं. डीजल के दामों में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण पम्पिंग सेट से खेत की सिंचाई करने में ज्यादा रकम खर्च हो रही है. इस बढ़ती मंहगाई पर किसान कर्ज वहन नहीं कर पा रहा है.विधायक कैसरगंज आंनद यादव ने कहा कि सूखाग्रस्त जैसे हालात से किसान वर्ग परेशान है. जनपद में भीषण सूखाग्रस्त होने के कारण मनुष्य से लेकर पशु पंक्षी जीव जंतु पेड़ पौधे और फसलें भी प्रभावित हुई हैं. जनपद में धान की रोपाई न के बराबर और गन्ने की फसलों का नुकसान हो रहा है. उन्होंने ज्ञापन के माध्यम से बहराइच जनपद को सूखा ग्रस्त घोषित करने की मांग की है. इसके साथ ही किसानों की फसल की क्षति का सर्वे कराकर किसानों को मुवावजा देने, निजी नलकूपों की सिंचाई माफ करने, किसानों के फसली ऋण की किस्तें माफ कर वसूली स्थगित करने और ग्रामीण क्षेत्रो में निजी नलकूपों से सिंचाई के लिए आबाध रूप से कम से कम 20 घंटे की बिजली आपूर्ति करने की मांग की है.यह भी पढ़ें-1 देश 1 चार्जर मॉडल पर विचार जानने के लिए सरकार बनाएगी Universal Charger पैनलज्ञापन सौंपने के दौरान पूर्व विधायक रमेश गौतम, पूर्व विधायक मुकेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ सपा नेता भगत राम मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष देवेश चन्द्र मिश्र, डॉ. आलम सरहदी, झुग्गी लाल यादव, मनु देवी, श्रीमती सुमन शर्मा, एडवोकेट मंजू चौधरी, जवाहर लाल यादव, महेंद्र स्वरूप, सुनील निषाद, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, जिला जीत सिंह, कन्हैया लाल लोधी, पूर्व चैयरमैन वाहिद कुरेशी, शमशाद अहमद, मोबिन खान सहित कार्यकर्ता उपस्थित रहे.यह भी पढ़ें- यूपी की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में भागीदारी को उत्सुक है कनाडा: कैमरॉन मैके
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