बहराइच: जिले के ठाकुर हुकुम सिंह किसान पीजी कॉलेज में 4 अगस्त से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो जाएंगी. किसान पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव मेजर डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जनपद में ऑनलाइन शिक्षण बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में रहने वाले छात्र-छात्राओं के लिए ई-टीचिंग बहुत ही दुर्लभ है.
जिले में ऑनलाइन एजुकेशन एक बड़ी चुनौती
बहराइच जैसे पिछड़े जिले में ऑनलाइन एजुकेशन एक बहुत बड़ी चुनौती है. तराई के इस जिले में गरीबी और अशिक्षा के कारण इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या बहुत सीमित है. बहुत से ऐसे इलाके हैं, जहां आज भी मोबाइल और इंटरनेट का नेटवर्क काम नहीं करता है. इसके लिए यह आवश्यक है कि कंपनियां अपने टावरों की संख्या बढ़ायें, जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में बैठे विद्यार्थी को भी इंटरनेट की सुविधा मिल सके. इस व्यवहारिक चुनौती के बारे में किसान पी.जी. कॉलेज, बहराइच के प्रबंधक मेजर डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि बहराइच जैसे जिले में ई-टीचिंग एक बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन हमने इस चुनौती को स्वीकार किया है.
ऑनलाइन एजुकेशन लक्ष्य
उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन एजुकेशन देने के लिए हमारा कॉलेज और प्रबंधन पूरी तरह तैयार है, जो भी व्यावहारिक समस्याएं हैं, उनको दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. शासन के निर्देशानुसार 4 अगस्त से ऑनलाइन क्लासेस शुरू करने की बात कही गई है. इस दिशा में हम ठोस कदम उठा रहे हैं. जनपद के हर वर्ग से और समाजसेवियों से पूरा सहयोग करने की अपील करते हैं, क्योंकि गरीबी और अशिक्षा के कारण आज भी इंटरनेट द्वारा शिक्षा प्रदान करना इस जिले में आसान नहीं है. लेकिन हमें विश्वास है कि अपने अभिभावकों और जनपद के संपूर्ण विकास की चिंता करने वाले लोगों के सहयोग से इस लक्ष्य को हम प्राप्त करेंगे.
कैसे स्थापित होगी इंटरनेट व्यवस्था
प्रबंधक मेजर डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि हम अपने विद्यार्थियों तक शत-प्रतिशत ऑनलाइन एजुकेशन पहुंचाने का प्रयास करेंगे. इस अवसर पर उपस्थित विशाल सेवा संस्थान, उत्तर प्रदेश के प्रदेश सचिव विशाल कश्यप ने कहा कि हम अपने तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा इस बात का अध्ययन कर रहे हैं कि संपूर्ण जिले में इंटरनेट व्यवस्था कैसे स्थापित हो पाए. इसके लिए यदि आवश्यकता हुई तो हम निजी कंपनियों से वार्ता करके सहयोग लेंगे.
सचिव विशाल कश्यप ने कहा कि जनपद में शिक्षा के प्रसार-प्रचार के लिए इंटरनेट व्यवस्था को सुचारू बनाने हेतु जहां आवश्यकता है, वहां नए टावरों की स्थापना की अपील करेंगे. इससे तकनीकी रूप से पिछड़ा यह जिला अपने विद्यार्थियों की शिक्षा की व्यवस्था कर सकेगा.