बहराइच: किसान पीजी कॉलेज में ऑफलाइन कक्षाएं नियमित रूप से शुरू हो गई हैं. पहले दिन से ही छात्र-छात्राओं में ऑफलाइन कक्षाओं को लेकर उत्साह दिखाई दिया. महाविद्यालय में 10 बजे से ही छात्र-छात्राओं का आना शुरू हो गया था. यह अपराह्न तीन बजे तक जारी रहा. इस बीच कक्षाओं के संचालन में कोविड-19 से बचाव के सभी नियमों का पालन किया गया. छात्र-छात्राओं को मास्क और सेनिटाइजर के साथ ही परिसर में प्रवेश दिया गया. शिक्षकों ने भी शासन की गाइडलाइन का अनुपालन किया. मार्च के बाद कॉलेज परिसर में पहली बार पढ़ाई का माहौल बना है.
फरवरी तक पाठ्यक्रम पूरा करने का लक्ष्य
कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव मेजर डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन में भी किसान पीजी कॉलेज ने ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन जैसी पहल की है. उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं का पाठ्यक्रम समय रहते पूरा हो जाए, इसके लिए नवंबर की शुरुआत में ही कक्षाओं का नियमित संचालन शुरू करा दिया गया है. इससे फरवरी समाप्त होने तक पाठ्यक्रम पूरा हो जाए और मार्च में सब कुछ सामान्य होने की स्थिति में परीक्षाएं संचालित कराई जा सकें. इस प्रकार आगामी सत्र को भी नियमित किया जा सकता है.
कई संकायों में चलीं क्लास
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनय सक्सेना ने बताया कि कक्षाएं सुबह 10 बजे से प्रारंभ हो गई थीं. महाविद्यालय के मध्यकालीन इतिहास विभाग की बीए द्वितीय वर्ष की कक्षा में बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे. विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर धर्मवीर सिंह ने विद्यार्थियों को मुगलों का इतिहास पढ़ाना प्रारंभ किया. बीए प्रथम वर्ष की क्लास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर तबरेज अनीस ने ली और उन्होंने दिल्ली के सुल्तानों का इतिहास पढ़ाना प्रारंभ किया. दोपहर 12 बजे बीए द्वितीय वर्ष समाजशास्त्र की कक्षाएं शुरू हुईं. इस कक्षा में सहायक प्रोफेसर अजय त्रिपाठी की ओर से सामाजिक मुद्दे और समस्याओं के तहत निर्धनता का पाठ पढ़ाया गया. इनके द्वारा दोपहर 12:40 से 1:20 तक बीए प्रथम वर्ष में समाजशास्त्र प्रथम प्रश्नपत्र एक परिचय के तहत समाजशास्त्र की उत्पत्ति और विकास को पढ़ाया गया.
बिना मास्क लगाए परिसर में प्रवेश वर्जित
डॉ. विनय सक्सेना ने बताया कि इस दौरान कक्षा में छात्र-छात्राओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही. सभी ने मास्क से मुंह ढक रखे थे और सैनिटाइजर से हाथों को भी साफ किया था. इन कक्षाओं में सामाजिक दूरी का ध्यान रखा गया. विद्यार्थियों को स्पष्ट गाइडलाइन के बारे में निर्देशित किया गया कि सैनिटाइजर अपने साथ लाएं और बिना मास्क लगाए परिसर में प्रवेश न करें.