बहराइच : जिलाधिकारी शम्भु कुमार की अध्यक्षता में जिला पोषण कन्वर्जेन्स समिति की बैठक सम्पन्न हुई. बैठक में जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र, मुख्यमंत्री सुपोषण घर, कुपोषित परिवारों के बच्चों में गाय वितरण, अल्प वजन की गर्भवती महिलाओं और बच्चों का चिन्हांकन इत्यादि की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए.
आंगनबाड़ी केन्द्र और 50 बेडेड मेटर्निटीविंग कैसरगंज में स्थापित
बीते 25 फरवरी 2021 को नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने ग्राम परसेण्डी के आंगनबाड़ी केन्द्र और 50 बेडेड मेटर्निटीविंग कैसरगंज में स्थापित मुख्यमंत्री सुपोषण घर का निरीक्षण किया था. इस दौरान उनको कई कमियां पाई गई थी. बैठक में जिलाधिकारी ने जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों का इन्फ्राटेक्चर तैयार करने के लिए निर्देश दिए. साथ ही सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर फर्श पर टाइल्स, साफ-सफाई, बाला पेन्टिंग, विद्युत व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, हैण्डवास, शौचालय, चटाई, कुर्सी-मेज, वीईंग मशीन, खिलौने इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए.
आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्री-स्कूल एजुकेशन को किया लागू
बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारियों को सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्री-स्कूल एजुकेशन को लागू करने के निर्देश दिए गए. साथ ही कहा गया कि आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में प्री-स्कूल का स्टाल भी लगाया जाए. समस्त ब्लाकों और जनपद स्तर पर एक प्री-स्कूल एजुकेशन लार्निंग लैब भी बनाया जाए. इस सम्बंध में जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को स्थल की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए.
आयुष चिकित्सकों के सहयोग से प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर्बल गार्डेन
जिलाधिकारी शंभू कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि प्रभारी चिकित्साधिकारियों और आयुष चिकित्सकों के सहयोग से प्रत्येक सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर्बल गार्डेन विकसित कराएं जाए. सुपोषित गांवों की समीक्षा में पाया गया कि जनवरी 2021 तक 84 ग्रामों के सापेक्ष 63 ग्राम कुपोषण मुक्त हो गये हैं. अवशेष 21 ग्रामों को माह मार्च 2021 तक कुपोषण मुक्त करने के निर्देश दिए.
193 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर क्यारियां तैयार
जनपद में 200 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर फंडेड पोषण वाटिका की स्थापना के तहत 193 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर क्यारियां तैयार कर 125 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पौधरोपण भी किया जा चुका है. बाकी जगहों पर यथाशीघ्र पौध रोपण कराये जाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा बैठक में जिला पोषण पुनर्वास केन्द्र, मुख्यमंत्री सुपोषण घर, कुपोषित परिवारों के बच्चों में गाय वितरण, अल्प वजन की गर्भवती महिलाओं और बच्चों का चिन्हांकन इत्यादि की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए.
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश मोहन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. डी.के. सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बलवन्त सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, जिला विद्यालय निरीक्षण राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दिनेश कुमार यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी.डी. यादव, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ तथा राजस्व गांव को गोद लेने वाले सम्बन्धित अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे.