बहराइच: जिले में बाढ़ का कहर जारी है. घाघरा नदी में बाढ़ आने के कारण जिले की महसी और कैसरगंज तहसील के कई गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. 6 से अधिक गांवों में घर बाढ़ के पानी से घिरे हैं. बाढ़ के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है. एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. गांवों की 188143 जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है. वहीं अब तक बाढ़ में डूबकर 11 लोगों की मौत हो चुकी है.
नेपाल के पहाड़ों पर हो रही भीषण बारिश के कारण जिले में घाघरा और सरयू नदी उफान पर है. घाघरा और सरयू के उफनाने के कारण महसी और कैसरगंज तहसीलों के तेरह राजस्व गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं, जबकि कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है. बाढ़ के कारण बाढ़ पीड़ित बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर हैं. बाढ़ प्रभावित गांवों की एक लाख 88 हजार 143 जनसंख्या और 10932.51 हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ के पानी में डूबकर अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है. घाघरा एल्गिन ब्रिज पर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
अपर जिलाधिकारी जयचंद पांडेय ने बताया कि बाढ़ के कारण महसी और कैसरगंज तहसील क्षेत्र के 13 राजस्व गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ से एक लाख 88 हजार 143 जनसंख्या और हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित है. उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के बचाओ के लिए 62 वें और एक प्लाटून पीएसी फ्लड डिवीजन और एनडीआरएफ की एक टीम लगाई गई है. उन्होंने बताया कि अब तक 42603 खाद्यान्न राहत सामग्री किट और 25465 लंच पैकेट वितरित किए जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 27 बाढ़ चौकियों की स्थापना की गई है.
कहा कि खाद्य सामग्री किट में 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 2 किलो अरहर की दाल, आधा किलो नमक, 1 लीटर रिफाइंड तेल ढाई सौ ग्राम हल्दी ढाई सौ ग्राम धनिया एक पैकेट मोमबत्ती एक पैकेट माचिस 10 पैकेट बिस्कुट एक पैकेट क्लोरीन टेबलेट और दो अंदर नहाने का साबुन दिया जा रहा है. अपर जिला अधिकारी ने बताया कि बाढ़ राहत कार्यों में किसी प्रकार की उदासीनता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.