बहराइचः वैश्विक कोरोना महामारी के शुरुआत में ग्रामीणों को मनरेगा के तहत काम किए जाने का पैसा महीनों बीत जाने के बाद भी नही मिला है. पैसा न मिलने से खफा मनरेगा में काम करने वाली महिलाओं ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है. ग्राम पंचायत चहलवा में मनरेगा के तहत काम करने वाले करीब 250 मनरेगा मजदूरों को लॉकडाउन के समय किए गए मनरेगा कार्यों का पैसा अब तक नहीं मिला है.
चहलवा के 250 मजदूरों को लॉकडाउन से अब तक नहीं मिला मनरेगा का पैसा
कोविड-19 महामारी के दौरान भुखमरी की मार झेल रहे ग्रामीणों को सरकार ने मनरेगा के तहत ज्यादा से ज्यादा काम लोगों को देने का फैसला किया था, जिससे लॉकडाउन के समय लोगों का जीवन व्यपान चल सके. ग्राम पंचायत चहलवा में मनरेगा के तहत काम करने वाले करीब 250 मनरेगा मजदूरों को लॉकडाउन के समय किए गए मनरेगा कार्यों का पैसा अब तक नहीं मिला है. विकासखंड मिहीपुरवा के थाना सुजौली क्षेत्र में ग्राम पंचायत चहलवा अंतर्गत वनग्राम नई बस्ती टेड़िहा के करीब पचास मनरेगा मजदूरों ने एकत्रित होकर खंड विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन किया.
जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन की दी चेतावनी
इस दौरान गांव निवासी मनरेगा मजदूरों में भानमती , सुमित्री देवी , जंत्री देवी , प्रभावती , मनरौली देवी , शीला , मुनक्का देवी , मुन्नी देवी , रोनिया , आरती देवी , कलावती, रूबी, लीलावती, चंद्रवती, मनिया आदि ने बताया कि उन्होंने लॉकडाउन के समय 14 दिन मनरेगा के कार्य किया था जिसका पैसा अबतक उन्हें नही मिला है. प्रदर्शन करते हुए महिलाओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उन्हें मनरेगा के पैसा नहीं मिला तो मजदूर एकजुट होकर जिला मुख्यालय पर धरना देंगी. वहीं गांव निवासी समाजसेवी प्रीतम निषाद ने बताया कि ग्राम पंचायत चहलवा के ही अन्य गांव कुरकुरी कुआ, निषाद नगर, कैलाश नगर , सिरसियन पुरवा , विजय नगर व मंगल पुरवा गांव के करीब 250 मजदूरों को मनरेगा का पैसा नहीं मिला है.