बहराइच: दरगाह इलाके के डीहा निवासी महिला के पति की मौत 11 साल पहले हो गई थी. उसकी लगभग डेढ़ करोड़ की जमीन अमीनपुर नगरौर में थी. जालसाजों ने मृतक को जीवित दिखाकर जमीन का बैनामा करा लिया. पूरे मामले में सब रजिस्ट्रार की मिलीभगत का आरोप लगा है. डीएम ने मामले की गंभीरता से जांच कराई तो जालसाजों की पोल खुल गई. नगर कोतवाली में जालसाजी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. डीएम ने पीड़िता के नाम वरासत कराई है.
डीहा की रहने वाली प्रमिला देवी अपनी जेठानी रामादेवी के साथ डीएम डा. दिनेश चंद्र के कार्यालय पहुंची. प्रमिला ने डीएम को बताया कि उनके पति की 11 साल पहले मौत हो गई थी. इस बात का फायदा उठाकर शहर के खत्रीपुरा निवासी अंशिका रस्तोगी व श्वेता टेकड़ीवाल निवासी गुलामअलीपुरा ने सरकारी कर्मियों से सांठगांठ कर मृतक पति ओमप्रकाश को जीवित दिखाकर(Fake registry showing deceased alive ) उनकी जगह दूसरे को खड़ा कर तीन जुलाई 2022 को नगरौर स्थित जमीन का बैनामा करा लिया. दूसरी महिला को पत्नी व बच्चा दिखाकर मौके पर मौजूद रखा गया.
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डीएम ने तत्काल एडीएम मनोज कुमार व एसडीएम सुभाष सिंह को मौके पर सभी अभिलेखों के साथ बुलाया. जांच में जालसाजों के फर्जीवाड़े का खुलासा(fake registry in bahraich) हुआ. बैनामा कराने के दौरान ईशान रस्तोगी पुत्र शिवबाबू रस्तोगी और सुंदर लाल पुत्र नान गवाह थे. डीएम डा. दिनेशचंद्र ने तीन घंटे में पीड़िता के नाम वरासत कराने के साथ जालसाजी में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए. कोतवाल नगर शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि मामले में पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.