बहराइच: राम चंद्र मिशन आश्रम में सोमवार को महामना मालवीय मिशन द्वारा पर्यावरण संरक्षण संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में प्रभागीय वन अधिकारी पी. सी. पाण्डेय ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण बगैर मानव जीवन असंभव है. इस दौरान संगोष्ठी में तमाम पर्यावरणविद और पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहे.
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उप प्रभागीय वनाधिकारी पी. सी. पाण्डेय ने कहा कि प्रकृति के संरक्षण के बिना मानव जीवन असंभव है. प्रकृति को संरक्षित करने के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पौधों को रोपित करें और उन्हें संरक्षित करें. उन्होंने कहा कि सामुदायिक वाहनों का उपयोग कर व सहकारी जीवन आधारित संसाधनों का उपयोग कर हमें पर्यवारण को संरक्षित करने में सहयोग करना चाहिए, जिससे धरती का वातावरण मानव जीवन के अनुकूल रह सके.
इस दौरान महामना मालवीय मिशन बहराइच (अवध) अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि पर्यवारण संरक्षण के लिए संगठन की ओर से विद्यालय महाविद्यालय, मठ-मंदिर, सार्वजनिक स्थलों की खाली पड़ी जमीनों व सरयू नदी के तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर पंचवटी प्रजाति के पौधों का रोपण किया जा रहा है. राम चन्द्र मिशन आश्रम के सूत्रधार एवं नियोजक समाजसेवी सत्यनारायण वर्मा ने कहा कि पर्यवारण संरक्षण के लिए मिशन की ओर से पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है.
सोहरवा स्थित आश्रम के तत्वावधान में प्रेम, स्वीकारिता, विनम्रता, सेवा भावना, करुणा, समानुभूति और अस्तित्व के प्रति उच्च उद्देश्य को स्थापित करने का दूरगामी कार्य किया जा रहा है. कार्यक्रम का संचालन आश्रम के जोन इंचार्ज घनश्याम वर्मा ने किया. इस दौरान समाजसेवी राकेश नाथ त्रिपाठी एडवोकेट ने पर्यवारण संरक्षण के महत्व को मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए आश्रम के माध्यम से जन सहभागिता के आधार पर पौधों को रोपित करने का अभियान चलाने की बात कही.
संगोष्ठी के अंत में बहराइच बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री श्रवण कुमार निगम के नेतृत्व में औषधीय प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया. इस मौके पर विद्यार्थियों ने भी पौधरोपण अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया. कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रशिक्षक जे. के. मल्होत्रा, जय सिंह, राजकुमार सिंह, आलोक माथुर, कृपा राम गुप्ता, अलीम व संजीव चौधरी एडवोकेट आदि उपस्थित रहे.