बहराइच: यूपी के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित जिलों में शामिल बहराइच में प्रतिवर्ष नेपाली नदियां चार तहसील क्षेत्रों में कहर बनकर टूटती हैं. जिले में संभावित बाढ़ को लेकर प्रशासन सक्रिय हो गया है. गुरुवार को डीएम शंभू कुमार की अध्यक्षता में "बाढ़ स्टीयरिंग ग्रुप" की बैठक का आयोजन किया गया. डीएम ने संभावित बाढ़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की.
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ आने से पहले सारी तैयारियां पूरी कर ली जाए. सभी तहसीलों के एसडीएम को निर्देश दिए कि वह समय रहते बाढ़ चौकियों के लिए चिन्हित स्थानों का भ्रमण कर आवश्यक सुरक्षा प्रबंध सुनिश्चित करा लें. साथ ही क्षेत्र में उपलब्ध नावों, नाविकों और गोताखोरों की सूची तैयार कर लें.
विस्थापित करने के लिए सुरक्षित स्थानों का चयन
उन्होंने एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वह तटबंध की निगरानी करते रहें. साथ ही बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए विस्थापित करने के लिए सुरक्षित स्थानों का चयन करें. जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. बलवंत सिंह को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ और सूखे के मद्देनजर पशुओं के चारे और उपचार की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए.
सीएससी पर स्टाफ की तैनाती
डीएम ने कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि संभावित बाढ़ को देखते हुए कार्य योजना तैयार की जाए. उन्होंने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि बाढ़ के दौरान आवश्यक सामग्री की आपूर्ति की व्यवस्था के लिए समय से पहले सभी कार्रवाई पूरी कर ली जाए. बाढ़ और सूखे की स्थिति में सभी आवश्यक दवाओं के प्रबंध कर लिए जाए. साथ ही सीएससी और पीएचसी पर स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की जाए.