बहराइच : प्रदेश के अतिकुपोषित 3 जिलों में से एक है बहराइच जिला. इसीलिए इसे नीति आयोग ने गोद ले रखा है. नीति आयोग के मार्गदर्शन में जिले में विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं. बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार की ओर से एनआरसी प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसके तहत कुपोषित बच्चों को 14 दिन पोषित करने के उद्देश्य से अलग वार्ड में रखा जाता है. इसी व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मुख्य विकास अधिकारी कविता मीणा ने शुक्रवार को चिल्ड्रन वार्ड का भ्रमण किया. इस दौरान उन्हें व्यवस्था में कई खामियां नजर आई. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए.
मुख्य विकास अधिकारी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार की ओर से संचालित एनआरसी योजना के क्रियान्वयन का जायजा लेने के लिए उन्होंने जिला चिकित्सालय के चिल्ड्रन वार्ड का भ्रमण किया. भ्रमण के दौरान वार्ड में रोशनी कम दिखी, जिस पर उन्होंने स्टाफ नर्स तथा चिकित्सक को निर्देश दिया कि एलईडी बल्ब लगाए जाएं. साथ ही उन्होंने समस्याओं को सूचीबद्ध करने तथा उन्हें प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने की बात कही. मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि वार्ड का माहौल है कि यहां आने वाले बच्चे और अभिभावक का मन लगे. कुछ बच्चों के समय से पहले ही चले जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सीडीओ ने कहा कि योजना के मानकों का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए, और 14 दिन बच्चों को पोषित करने की भरपूर कोशिश की जानी चाहिए, जिससे सरकार की योजना अपना लक्ष्य पूरा कर सके.
मुख्य विकास अधिकारी कविता मीणा ने बताया कि चिल्ड्रन वार्ड में हीटर लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि चिल्ड्रन वार्ड में बेडों की कमी है, बेडों की कमी को दूर करने के लिए बात की गई है. इस मौके पर पैथोलॉजी के प्रभारी डॉ हीरालाल समेत अनेक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे.