बहराइच: अपने निजी हित के लिए अधिकारी फर्जी कारनामे को अंजाम देकर मुख्यमंत्री को भी गुमराह करने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं. ऐसी ही कारस्तानी आजमगढ़ और बलिया जिले में तैनात सहायक अभियंताओं ने की है. इन दोनों अभियंताओं ने पूर्व मंत्री के फर्जी लेटर पैड का इस्तेमाल कर मुख्यमंत्री से मनचाहे स्थान पर तबादला कराने की रणनीति बनाई. मामला उजागर होने के बाद पूर्व मंत्री के निजी सचिव की तहरीर पर तीन सहायक अभियंताओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
उत्तर प्रदेश सरकार में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री रह चुकी अनुपमा जायसवाल बहराइच जिले के सदर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक हैं. पूर्व मंत्री की निजी सचिव स्मिता मौर्या ने बताया कि हाल में ही पूर्व मंत्री के संज्ञान में आया कि बलिया के जल निगम में तैनात सहायक अभियंता सिविल अभिषेक वर्मा व मनोज कुमार सिंह कुशवाहा ने अपना तबादला लखनऊ व देवरिया कराए जाने के लिए मंत्री के कार्यालय के लेटर पैड का इस्तेमाल किया.
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इसके साथ ही आजमगढ़ में तैनात सहायक अभियंता सिविल अनुभव कुमार गुप्ता ने अपना स्थानांतरण आजमगढ़ से बलिया किए जाने के लिए मंत्री कार्यकाल के लेटर पैड का इस्तेमाल करते हुए प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश जल निगम को एक पत्र लिखा. जिसकी एक प्रति मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों में को अभी हाल में ही भेजा है. जबकि अभी अनुपमा जयसवाल प्रदेश सरकार में मंत्री नहीं है.तीनों अधिकारियों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए पूर्व मंत्री के पैड का गलत इस्तेमाल इस्तेमाल किया.
मामले को गंभीरता से लेकर पूर्व मंत्री की निजी सचिव स्मिता मौर्या ने देहात कोतवाली में तहरीर दी. पुलिस ने तीनों अधिकारियों के खिलाफ धोखधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है. पूर्व मंत्री अनुपमा जायसवाल ने बताया कि भविष्य में इस तरह का फर्जी प्रयोग कोई न कर सके, इसके लिए एसओजी टीम द्वारा विवेचना कराकर कठोर कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों से कहा गया है.