बहराइच: जिले में बुधवार को एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के पदाधिकारियों ने रोष मार्च निकालकर मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन भी किया. उनका कहना था कि जिले में जिस गांव को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है, वहां आज भी लोग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं. इसको लेकर अधिकारी सरकार को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मिहीपुरवा में हुए शौचालय निर्माण के घोटाले के मामले में कहा कि मिहीपुरवा में 418 लोगों के खातों से बिना शौचालय निर्माण कराए रुपये निकाल लिये गए. मामला सामने आने के बाद भी न तो अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी हुई और न ही एफआईआर दर्ज हुई. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि अगर अधिकारी उन भ्रष्टाचारियों से नहीं मिले हुए हैं तो उन पर कार्रवाई क्यों नहीं करते.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले मिहीपुरवा तहसील के दो ब्लॉकों के अलग-अलग प्रधानों के ऊपर एफआईआर हुई, लेकिन अभी तक रुपये की रिकवरी नहीं हुई. वास्तव में सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को इनका लाभ नहीं प्राप्त हुआ है. एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पत्र लिखकर मांग की है कि जांच कर ऐसे आरोपियों पर कार्रवाई हो और गरीबों को उनका हक मिले. ताकि वह सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाभान्वित हो सकें.