बहराइच: जिले के कतर्नियाघाट संरक्षित वन जीव प्रभाग को दुर्लभ जीव जंतुओं और वनस्पतियों की पहचान माना जाता है. यहां बाघ, तेंदुए, हाथी, गैंडे, गंगा की डॉल्फिन, घड़ियाल, मगरमच्छ, चीतल, सांभर, बारहसिंघा सहित दुर्लभ प्रजाति के सांप और पक्षी पाए जाते हैं. शुक्रवार को कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब के सदस्यों ने एक ऐसे दुर्लभ सांप को कैमरे में कैद किया है, जिसे बड़ा बिल्ली सांप कहा जाता है.
![etv bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8070212_skjf.jpg)
बिल्ली सांप तकरीबन छह से आठ फीट लंबा होता है. इसका रंग सफेद होता है. शरीर पर काली चित्ती रहती है. कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के निशानगाड़ा रेंज में वन विश्राम गृह बना हुआ है. वन विश्राम गृह के पास स्थित पीडब्ल्यूडी मार्ग के निकट पेड़ पर दुर्लभ बड़ा बिल्ली सांप दिखा. उसी मार्ग से कतर्नियाघाट फ्रेंड्स क्लब की चार सदस्यीय टीम आ रही थी.
![etv bharat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8070212_bahtra.jpg)
फ्रेंड्स क्लब के अध्यक्ष भगवानदास लखमानी ने बताया कि बड़ा बिल्ली सांप को देखकर उन्होंने वाहन रोक दिया. इसके बाद क्लब के सदस्य अमन लखमानी ने इस जीव की तस्वीर निकाल ली. सांप पेड़ पर कुछ देर तक रेंगता रहा. इसके बाद वह पेड़ पर ऊपर चला गया. इस तरह के बिल्ली सांपों का रंग सफेद और शरीर पर काली चित्ती पड़ी होती हैं. यह जहरीला नहीं होता है. संभवत: इस प्रजाति का सांप कतर्निया में पहली बार दिखा है. यह पहाड़ी क्षेत्र में अधिक मात्रा में पाया जाता है.