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UP Election 2022: बागपत, छापरोली और बड़ौत विधानसभा, जानें क्या कहते हैं तीनों सीटों के जातिगत आंकड़े

प्रदेश के बागपत जनपद में 3 विधानसभा हैं जो बागपत, छापरोली और बड़ौत हैं. आरएलडी का गढ़ कहा जाता है छापरोली विधानसभा. बड़ौत विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने विधायक केपी मलिक को प्रत्याशी बनाया है.

UP Election 2022
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Published : Feb 8, 2022, 3:17 PM IST

बागपतः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ती जा रही है. प्रदेश के बागपत जनपद में 3 विधानसभा हैं जो बागपत, छापरोली और बड़ौत हैं. तीनों विधानसभा पर एक समय बीजेपी का कब्जा था.

बागपत विधासभा सीट
बीजेपी से योगेश धामा विधायक थे. पार्टी ने दोबारा योगेश धामा पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. योगेश धामा के सामने सपा रालोद गठबंधन प्रत्याशी अहमद हमीद चुनाव लड़ रहे हैं.

यह भी पढ़ें- मंगल केवट ने पीएम मोदी को भेजा बेटे की शादी का निमंत्रण


छापरोली विधानसभा सीट
वहीं आरएलडी का गढ़ कहे जाने वाली छापरोली विधानसभा में बीजेपी ने दोबारा विधायक सहेन्द्र सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. सहेन्द्र सिंह ने 2017 में आरएलडी से चुनाव लड़ा था और कुछ समय बाद ही बीजेपी में शामिल हो गए थे. आरएलडी ने सहेन्द्र सिंह के सामने गठबंधन प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है. डॉ अजय वर्ष 2002 में आरएलडी से छापरोली विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं.

बड़ौत विधानसभा सीट
बड़ौत विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने विधायक केपी मलिक को प्रत्याशी बनाया है. केपी मलिक के सामने आरएलडी ने गठबंधन प्रत्याशी जयवीर तोमर हैं.

ये हैं तीनों सीटों के जातिगत आंकड़े
बागपत विधानसभा
विधानसभा 52 बागपत जिसमें कुल 163 मतदान केंद्र व 351 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 171478 व महिला मतदाता 141857 हैं. कुल मतदाता 313363 हैं जिसका जेंडर रेशियो 827 है. मुस्लिम 75 हजार, जाट 45 हजार, दलित 29 हजार, यादव 24 हजार, गुज्जर 22 हजार, ठाकुर 22 हजार, पंडित 20 हजार, त्यागी 18 हजार की संख्या में हैं.

बड़ौत विधानसभा
बड़ौत में कुल 154 मतदान केंद्र व 328 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 165804 व महिला मतदाता 134998 व अन्य 13 हैं. कुल मतदाता 300815 हैं. जिसका जेंडर रेशियो 814 है. जाट 80 हजार, मुस्लिम 50 हजार, कश्यप 30 हजार, दलित 25 हजार, वैश्य 18 हजार, राजपूत 18 हजार, पंडित 16 हजार, गुज्जर 16 हजार हैं.

बड़ौत विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक का अपना जनाधार है. केपी मलिक बड़ौत नगर पालिका से दो बार चेयरमैन रह चुके हैं और हर वर्ग के लोगों में केपी मलिक की खुद की पहचान है जो आज भी बरकरार हैं.

छापरोली विधासभा
विधानसभा में कुल 205 मतदान केंद्र व 368 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 184455 व महिला मतदाता 148619 व अन्य 4 हैं. कुल मतदाता 333078 हैं जिसका जेंडर रेशियो 806 है. यहां जाट 1 लाख 30 हजार, मुस्लिम 60 हजार, कश्यप 25 हजार, दलित 20 हजार, पंडित 15 हजार, राजपूत 12 हजार, गुज्जर 11 हजार की संख्या में हैं.

छपरोली विधानसभा में आरएलडी ने डॉ अजय पर 2002 के बाद दोबारा से दांव चला है तो वहीं आरएलडी से चुनाव लड़ बीजेपी में शामिल हुए सहेन्द्र सिंह के सामने बीजेपी से चुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती है. सहेन्द्र सिंह से छापरोली के लोगों में बीजेपी में जाने के समय से नाराजगी भी है. ऐसे में छापरोली विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सहेन्द्र सिंह के सामने चुनाव जीतने की मुश्किलों को नकारा नहीं जा सकता.


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बागपतः यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर सियासी गलियारों में सरगर्मी बढ़ती जा रही है. प्रदेश के बागपत जनपद में 3 विधानसभा हैं जो बागपत, छापरोली और बड़ौत हैं. तीनों विधानसभा पर एक समय बीजेपी का कब्जा था.

बागपत विधासभा सीट
बीजेपी से योगेश धामा विधायक थे. पार्टी ने दोबारा योगेश धामा पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. योगेश धामा के सामने सपा रालोद गठबंधन प्रत्याशी अहमद हमीद चुनाव लड़ रहे हैं.

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छापरोली विधानसभा सीट
वहीं आरएलडी का गढ़ कहे जाने वाली छापरोली विधानसभा में बीजेपी ने दोबारा विधायक सहेन्द्र सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें प्रत्याशी बनाया है. सहेन्द्र सिंह ने 2017 में आरएलडी से चुनाव लड़ा था और कुछ समय बाद ही बीजेपी में शामिल हो गए थे. आरएलडी ने सहेन्द्र सिंह के सामने गठबंधन प्रत्याशी डॉ. अजय कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है. डॉ अजय वर्ष 2002 में आरएलडी से छापरोली विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं.

बड़ौत विधानसभा सीट
बड़ौत विधानसभा सीट पर बीजेपी ने अपने विधायक केपी मलिक को प्रत्याशी बनाया है. केपी मलिक के सामने आरएलडी ने गठबंधन प्रत्याशी जयवीर तोमर हैं.

ये हैं तीनों सीटों के जातिगत आंकड़े
बागपत विधानसभा
विधानसभा 52 बागपत जिसमें कुल 163 मतदान केंद्र व 351 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 171478 व महिला मतदाता 141857 हैं. कुल मतदाता 313363 हैं जिसका जेंडर रेशियो 827 है. मुस्लिम 75 हजार, जाट 45 हजार, दलित 29 हजार, यादव 24 हजार, गुज्जर 22 हजार, ठाकुर 22 हजार, पंडित 20 हजार, त्यागी 18 हजार की संख्या में हैं.

बड़ौत विधानसभा
बड़ौत में कुल 154 मतदान केंद्र व 328 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 165804 व महिला मतदाता 134998 व अन्य 13 हैं. कुल मतदाता 300815 हैं. जिसका जेंडर रेशियो 814 है. जाट 80 हजार, मुस्लिम 50 हजार, कश्यप 30 हजार, दलित 25 हजार, वैश्य 18 हजार, राजपूत 18 हजार, पंडित 16 हजार, गुज्जर 16 हजार हैं.

बड़ौत विधानसभा में बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक का अपना जनाधार है. केपी मलिक बड़ौत नगर पालिका से दो बार चेयरमैन रह चुके हैं और हर वर्ग के लोगों में केपी मलिक की खुद की पहचान है जो आज भी बरकरार हैं.

छापरोली विधासभा
विधानसभा में कुल 205 मतदान केंद्र व 368 मतदेय स्थल हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 184455 व महिला मतदाता 148619 व अन्य 4 हैं. कुल मतदाता 333078 हैं जिसका जेंडर रेशियो 806 है. यहां जाट 1 लाख 30 हजार, मुस्लिम 60 हजार, कश्यप 25 हजार, दलित 20 हजार, पंडित 15 हजार, राजपूत 12 हजार, गुज्जर 11 हजार की संख्या में हैं.

छपरोली विधानसभा में आरएलडी ने डॉ अजय पर 2002 के बाद दोबारा से दांव चला है तो वहीं आरएलडी से चुनाव लड़ बीजेपी में शामिल हुए सहेन्द्र सिंह के सामने बीजेपी से चुनाव जीतना एक बड़ी चुनौती है. सहेन्द्र सिंह से छापरोली के लोगों में बीजेपी में जाने के समय से नाराजगी भी है. ऐसे में छापरोली विधानसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सहेन्द्र सिंह के सामने चुनाव जीतने की मुश्किलों को नकारा नहीं जा सकता.


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