बागपत: जनपद में मंगलवार को पुरानी पेंशन बहाली संगठन के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं पूरी हुई तो आने वाले चुनाव में सरकार को खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
चुनावों का मौसम देखते हुए राज्यों के कर्मचारी पुरानी पेशन की बहाली की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर रहे हैं. जनपद के कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना को लेकर सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने ओपीएस की बहाली को लेकर बागपत कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि पुरानी पेशन को बहाल नहीं किया गया तो 2024 में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि जिस तरह 5 राज्यों में पुरानी पेंशन बहाल हो चुकी है, वैसे यूपी में भी होना चाहिए.
बागपत राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार शर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग कर्मचारियों की पूर्व से चली आ रही है. जिसे लेकर बागपत कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया. 2004 से केंद्रीय कर्मचारियों और 2005 से प्रदेश के कर्मचारियों की पेंशन बंद कर दी गई है. इसी पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर समय-समय पर आंदोलन किया जाता है. पुरानी पेंशन की मांग को लेकर एक राष्ट्र स्तर पर कर्मचारियों का मंच बना हुआ है. जिसका नाम पुरानी पेंशन योजना बहाली मंच रखा गया है. जिसमें अधिकारी, शिक्षक और पेंशनर शामिल हैं.
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