बागपतः आरएलडी के महासचिव ओमवीर सिंह ढाका ने किसान की मौत पर कहा कि उनकी मौत नहीं, बल्कि वे शहीद हो रहे हैं. अगर केंद्र सरकार कृषि बिल वापस नहीं लेती है तो आरएलडी भी एक बड़ा आंदोलन करेगी. जिसके भयंकर परिणाम होंगे. इसके साथ ही उन्होंने मृतक किसान के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपये की मांग की है.
किसानों की मौत पर सियासत
ओमवीर सिंह ढाका ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों की ही राजनीति करती है. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने पूरा जीवन किसानों के ही पीछे खपा दिया. उन्होंने ही किसानों को आजादी दिलाई थी. केंद्र सरकार काले कानून लाकर किसानों पर थोपना चाहती है. जिस किसान की मौत हुई वो बहुत ही गरीब था. अबतक करीब 50 किसान शहीद हो चुके हैं. सभी मृतक किसानों के परिजनों को सरकार एक-एक करोड़ रुपये सहायता राशि के रूप में दे. अगर सरकार किसानों की नहीं सुनती है, तो आने वाले दिनों में आरएलडी बड़ा आंदोलन करेगी.
ठंड की वजह से किसान की हुई मौत
मोजिज़ाबाद नांगल गांव के रहने वाले किसान गलतान सिंह किसान आंदोलन में हिस्सा लेने गये थे. बेटे के मुताबिक चाचा ने फोन पर बताया कि उसके पिता की ठंड लगने से मौत हो गयी है. उसके मुताबिक पहले उनको बुखार हुआ, जिसके बाद इलाज के लिए एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गयी.