बागपत: जिले में देसी जड़ी बूटियों में वन्य जीवों के अंश मिलाने की घटना सामने आई है. सूचना पर वन विभाग और दिल्ली की वर्ल्ड आई इंडिया की संयुक्त टीम ने छापेमारी की. इस दौरान टीम ने दो दुकानों को सील कर दिया है. छापामार टीम को दोनों दुकानों से वन्य जीवों के अंश और पाउडर मौके से मिले हैं.
आपको बता दें कि वर्ल्ड आई इंडिया और वन विभाग को सूचना मिली थी कि बागपत के बड़ौत में जड़ी बूटियों की आड़ में वन्य जीवों के अंग मिलाए जाने का कारोबार किया जा रहा है. टीम ने दोनों दुकानों से प्रतिबंधित समान को सील कर जांच के लिए भेज दिया है और दो लोगों को हिरासत में लिया है. वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि दोनों दुकानों से स्याह, जंगली छिपकली के अंश और हाथी दांत का पाऊडर आदि प्रतिबंधित सामग्री मिली है. वन्य जीवों के अवशेषों का प्रयोग तांत्रिक क्रिया और पौरुष क्षमता बढ़ाने में बनने वाली दवाईयों में किया जाता है.
वन विभाग के एडीओ कल्याण सिंह ने बताया वर्ल्ड आई इंडिया की टीम दिल्ली से आयी थी. उसके साथ बड़ौत रेंज में संयुक्त रूप से छापा मारा गया. छापे के दौरान नवीन नाम का एक अभियुक्त बड़ौत बाजार से पकड़ा गया, वहीं दूसरा अभियुक्त वीरेन्द्र बावली रोड से पकड़ा गया. इनके पास से मॉनीटर लिजार्ड के जेनेटेलिया, पोर्रक्यूपाइन स्पाइनस जो स्पेसिक हाइट प्लान्ट है, बरामद किया गया है.
पकड़े गए विरेन्द्र के पास सिरंगी भस्म, हाथी दांत के टुकड़े और बुरादे पाए गए हैं. कुछ चीजें लोग तंत्र मंत्र में इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा हाथी दांत की भस्म, सिरंगी भस्म इनका काम तंत्र मंत्र और दवाइयों में इस्तेमाल होने वाला समान है.