बागपत: खाकी की हनक और डंडे की खनक क्या होती है, ये आज हम आपको बताएंगे. कैसे एक जनता का रक्षक गुंडई पर उतर आता है, इसकी पूरी कहानी बताएंगे. पर पहले जान लें मामला क्या है?
यह है पूरा मामला
मामला बागपत के रमाला थाना क्षेत्र के पास नेशनल हाईवे 709-B पर बने जीवाणा टोल प्लाजा का है, जहां एक सब-इंस्पेक्टर भगवत प्रसाद को टोल कर्मियों ने जाने से रोकना चाहा तो इंस्पेक्टर साहब ने जमकर उसकी पिटाई कर दी.
एक तो चिलचिलाती धूप और ऊपर से वर्दी की गर्मी, कहां रुकने वाले थे इंस्पेक्टर साहब. गाड़ी से उतरे और लगे टोलकर्मियों को थप्पड़ रसीद करने. पहले पास खड़े एक टोलकर्मी को थप्पड़ जड़ा फिर दूसरे को जब थप्पड़ से भी जी नहीं भरा तो लगे लात घूंसे बरसाने, लेकिन उनकी यह हरकतें सीसीटीवी में कैद हो गईं. सवाल यह उठता है कि जब वर्दी वाले ही गुंडागर्दी पर उतर आएंगे, सरेआम कानून की धज्जियां उडाएंगे तो आम आदमी किससे उम्मीद करेगा?
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तकनीक से अंजान थे इंस्पेक्टर साहब
दरअसल, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने ज्यादातर टोल प्लाजा पर अब ऑनलाइल टोल कलेक्शन सेवा फास्टैग की शुरुआत कर दी है. इसमें गाड़ी का फास्टैग स्कैन होने के बाद अपने आप सेंसर से बैरियर संचालित होता है. लेकिन इंस्पेक्टर साहब को लगा कि टोल कर्मियों ने बैरियर उनके लिए गिराया है. फिर क्या था उन्होंने अपना आपा खो दिया और कर्मियों से जमकर मारपीट की.