बागपत: जिले में कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. बागपत जनपद में एसपी ऑफिस पर एक महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया. पीड़ित परिवार के लोगों का आरोप है कि उन पर दबंग केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. परिवार के लोगों को कहना है कि दबंगों का कहना है कि अगर केस वापस नहीं लिया तो रेप के झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाएगा. साथ ही परिवार के लोगों को जान से मारने की भी धमकी दी जा रही है.
मामला बिनोली थाना क्षेत्र का है. यहां 13 तारीख को एक किशोरी के साथ रेप का मामला सामने आया था. पीड़ित किशोरी की तहरीर पर बिनोली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया था. पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी पक्ष से साठगांठ कर ली है और उनके साथ मिलकर के केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. पीड़ित परिवार को रेप के झूठे मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की धमकी मिल रही है. फिलहाल पुलिस पूरी घटना पर जांच कर कार्रवाई करने की बात कह रही है.
इसके पहले बागपत में मार्च के महीने में एक युवती ने आत्मदाह करने का प्रयास किया था. बागपत में 19 मार्च को प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में कलक्ट्रेट स्थित लोकमंच में कार्यक्रम के दौरान एक युवती ने केरोसिन छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया था. इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी भी मौजूद थे. युवती ने आरोप लगाया था कि बार-बार शिकायत के बाद भी अधिकारी उसकी जमीन को दबंग से कब्जामुक्त नहीं करा रहे हैं.
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आत्मदाह का प्रयास करने वाली युवती, खेकड़ा के गांव फखरपुर निवासी बिपाशा एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा थी. बिपाशा को दिव्यांग महिला ब्रिजेश ने अपने भाई से गोद लिया हुआ है. बिपाशा का आरोप था कि पांच वर्ष पहले फखरपुर गांव में एक दबंग व्यक्ति को सवा दो बीघा जमीन बटाई पर दी थी, जिसने जमीन पर कब्जा कर लिया. जमीन कब्जामुक्त कराने के लिए वह 10-11 माह से अधिकारियों के चक्कर काट रही थी.